Nov १४, २०२० १८:५१ Asia/Kolkata
  • अभिव्यक्ति की आज़ादी के बारे में बोलने का फ़्रान्स को कोई हक़ नहीं हैः एम्नेस्टी इंटरनेश्नल

मानवाधिकार संस्था एम्नेस्टी इंटरनेश्नल ने कहा है कि फ़्रान्स को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के समर्थन का दावा करने का हक़ नहीं है।

एम्नेस्टी इंटरनेश्नल ने अपने एक बयान में फ़्रान्स में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की स्थिति की समीक्षा करते हुए पेरिस पर दोग़ले रवैये का आरोपल लगाया है। इस मानवाधिकार संस्था ने फ़्रान्स में सामने आने वाली घटनाओं और पैग़म्बर हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहो अलैहे व आलेही व सल्लम के अनादर का जायज़ा लेने के बाद कहा है कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के फ़्रान्स के दावे में सच्चाई नहीं है। एम्नेस्टी इंटरनेश्नल ने कहा है कि फ़्रान्स की एक अदालत ने पिछले साल दो लोगों द्वारा राष्ट्रपति एमानोएल मैक्रां का पुतला जलाए जाने को अनादर और अपमानजनक क़दम क़रार दिया था और मैक्रां उस समय संसद में ऐसा बिल पारित कराने के लिए परामर्श कर रहे थे जिसके अंतर्गत सोशल मीडिया पर फ़्रान्स के अधिकारियों के चित्रों के अनादर को अपराध क़रार दिया जा सके।

 

एम्नेस्टी इंटरनेश्नल ने ज़ोर देकर कहा है कि फ़्रान्सीसी अधिकारियों का यह रवैया समझ से परे है कि एक ओर वे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर पैगम़्बर के अनादर का समर्थन करते हैं और दूसरी और धर्मनिरपेक्षता के नाम पर मुसलमान महिलाओं को शैक्षिक संस्थानों व सार्वजनिक स्थलों पर हिजाब पहनने से रोक रहे हैं। फ़्रान्स के रवैये पर अनेक संगठनों की ओर से यह सवाल भी उठ रहा है कि अगर वहां अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है तो फिर होलोकास्ट के बारे में कुछ भी कहना अपराध क्यों है? (HN)

 

ताज़ातरीन ख़बरों, समीक्षाओं और आर्टिकल्ज़ के लिए हमारा फ़ेसबुक पेज लाइक कीजिए!

हमारा व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन करने के लिए क्लिक कीजिए

हमारा यूट्यूब चैनल सब्सक्राइब कीजिए!

इंस्टाग्राम पर हमें फ़ालो कीजिए

टैग्स