भारत, शेयर बाज़ार में भारी गिरावट, 250 से अधिक कंपनियों के शेयर न्यूनतम स्तर पर
भारत में शेयर बाज़ार में पिछले कुछ महीनों से जारी वृद्धि पर बुधवार को तगड़ा ब्रेक लगा और सेंसेक्स 906 अंक गिरा, जबकि निफ्टी में 338 अंकों की गिरावट दर्ज की गई।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के 30 अंकों वाला सूचकांक 'सेंसेक्स' 72,762 पर बंद हुआ। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का 50 अंकों वाला संवेदी सूचकांक 'निफ्टी' गिरकर 21,998 अंकों पर जाकर बंद हुआ।
इस तरह इन दोनों ही सूचकांकों में कल एक फ़ीसदी से अधिक की गिरावट दर्ज की गई।
इस भारी गिरावट से बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का बाज़ार पूंजीकरण 13 लाख करोड़ रुपए घटकर 372 लाख करोड़ रुपए रह गया।
बुधवार के कारोबार के दौरान बीएसई में दर्ज 250 से अधिक कंपनियों के शेयर पिछले एक साल के न्यूनतम स्तर तक पहुंच गए।
बीएसई मिडकैप इंडेक्स और स्मॉलकैप इंडेक्स दोनों में पांच फ़ीसदी से अधिक गिरावट देखी गई।
बुधवार को बाज़ार में आई इस गिरावट की कई वजहें बताई जा रही हैं।
जानकारों के अनुसार, अभी कुछ दिनों पहले ही सेबी चेयरमैन माधबी पुरी बुच ने स्मॉलकैप और मिडकैप निवेशकों को सुरक्षित करने के लिए म्युचुअल फंडों से व्यवस्था को और पुख़्ता करने को कहा था।
उन्होंने कहा था कि बाज़ार में 'बुलबुले' जैसी स्थिति है और निवेशकों के हित सुरक्षित करने के लिए ऐसी स्थिति से बचने की ज़रूरत है।
इसके अलावा खुदरा महंगाई का उम्मीद से कम होना भी ताज़ा गिरावट की एक वजह बताई जा रही है।
जानकारों के अनुसार, महंगाई न घटने पर कर्ज़ के सस्ता होने में और वक़्त लगेगा और इससे बाज़ार के रुख़ पर नकारात्मक असर पड़ा है। msm