भारत के वर्तमान हालात देश की आज़ादी से पहले की स्थिति जैसेः सोनिया गांधी
सोनिया गांधी ने कहा है कि वर्तमान समय में भारत की स्थति वैसी ही है जैसे आज़ादी से पहले हो गई थी।
सोनिया गांधी ने कहा कि भारत को तानाशाही शक्तियों से बचाने के लिए सभी देशवासियों को एकजुट होना होगा।
कांग्रेस अध्यक्ष का कहना था कि आज देश में फिर वैसी ही परिस्थतियां बन गई हैं जैसी देश की स्वतंत्रता से पहले थीं। उन्होंने कहा कि जनता के अधिकार कुचले जा रहे हैं, चारों ओर तानाशाही है, बेरोज़गारी चरम पर है तथा लोकतांत्रिक एवं संवैधानिक संस्थाओं को ख़त्म किया जा रहा है। सोनिया गांधी ने आगे कहा कि खेत-खलिहान पर हमला किया जा रहा है और अन्नदाता पर ज़बरदस्ती काले क़ानून थोपे जा रहे हैं।
उनका कहना था कि इस स्थिति में हमारी ज़िम्मेदारी बनती है कि हम अपने देश को तानशाही शक्तियों से बचाने के लिए उनसे लोहा ले। यही सच्ची राष्ट्रभक्ति है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने यह बात कांग्रेस पार्टी के 136वें स्थापना दिवस पर कहीं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को मज़बूत बनाकर हमें देश के लोगों का दिल जीतना होगा।
उल्लेखनीय है कि भारत की केन्द्र सरकार के तीन कृषि बिलों को निरस्त कराने के उद्देश्य से हज़ारों किसान दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं। यह किसान एक महीने से दिल्ली की सीमा पर एकत्रित हैं। अधिक सर्दी होने के बावजूद यह किसान डटे हुए हैं और उनका कहना है कि वे काले क़ानूनों को निरस्त कराने के बाद ही अपने घरों को जाएंगे। कड़ाके की ठंड के बावजूद किसान बिल्कुल भी पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। इस बीच सरकार किसानों के साथ कई चरण की वार्ताएं कर चुकी है किंतु वे सारी वार्ताएं परिणामहीन रही हैं।