दुश्मन सोच रहा था कि कोरोना से मुक़ाबले में ईरान हार जाएगाः जनरल हुसैन सलामी
आईआरजीसी के कमांडर ने कहा कि दुश्मन का मानना यह था कि ईरान, कोरोना का मुक़ाबला नहीं कर पाएगा।
आईआरजीसी के वरिष्ठ कमांडर मेजर जनरल हुसैन सलामी ने आज कोरोना से मुक़ाबला करने की शहीद क़ासिम सुलैमानी की राष्ट्रीय योजना के स्वयंसेवियों की कांफ्रेंस में भाग लिया।
उन्होंने कहा कि जिस समय कोरोना आरंभ हुआ उसी समय ईरान को इसके साथ ही प्रतिबंधों, सैन्य धमकियों, मनोवैज्ञानिक युद्ध, आर्थिक परिवेष्टन और देश के कुछ हिस्सों में सूखे का सामना करना पड़ रहा था।
इन समस्याओं के साथ जब हमने कोविड-19 का मुक़ाबला शुरू किया तो शत्रु यह सोचकर खुश था कि इसमें ईरान को विफलता हाथ लगेगी।
आईआरजीसी के कमांडर हुसैन सलामी का कहना था कि कोरोना फैलने के दौरान हमारे शत्रुओं का यह मानना था कि ईरान इस समय प्रतिबंधों को झेल रहा है एसे में वह कोरोना जैसी महामारी का मुक़ाबला कर ही नही सकता। उन्होंने कहा कि हम मैदान में आए और उसको नियंत्रित किया।
जनरल हुसैन सलामी का कहना था कि अचंभित करने वाली इस सफलता का मूल कारण इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता का आदेश था जिसने दिलों को जोड़ दिया और देश ने एसा कर दिखाया।
उन्होंने कोरोना का मुक़ाबला करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों का विशेष आभार व्यक्त करते हुए कहा कि कोरोना से मुक़ाबला करने वाली शहीद क़ासिम सुलैमानी की योजना पूरी तरह से सफल रही।
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