ईरान का मीज़ाईल कार्यक्रम रक्षात्मक है, विलायती
ईरान की इस्लामी व्यवस्था संरक्षक परिषद के स्ट्रैटिजिक अध्ययन केन्द्र के प्रमुख ने कहा कि ईरान का मीज़ाईल कार्यक्रम रक्षात्मक आयाम पर आधारित है। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य देश की रक्षा करना है।
इरना के अनुसार, अली अकबर विलायती ने बुधवार को तेहरान में पत्रकारों से कहा, “इस्लामी गणतंत्र ईरान अपनी रक्षा के लिए किसी से इजाज़त नहीं लेगा और देश के रक्षा कार्यक्रम से अमरीका का कोई संबंध नहीं है।”
उन्होंने कहा कि इस्लामी गणतंत्र ईरान प्रचारिक दबाव में नहीं आएगा और जब भी ज़रूरत होगी दूसरे मीज़ाईल भी टेस्ट करेगा।
वरिष्ठ नेता के अंतर्राष्ट्रीय मामलों में सलाहकार अली अकबर विलायती ने इस बात का उल्लेख करते हुए कि अमरीका के नए राष्ट्रपति विश्व जनमत को कई भाग में बांटने के प्रयास में हैं, बल दिया कि इस्लामी गणतंत्र ईरान ने यह दर्शा दिया कि वह इस तरह के दुष्प्रचार व मनोवैज्ञानिक दबाव से मैदान से नहीं हटेगा बल्कि हर दिन और ज़्यादा शक्ति के साथ सामने आएगा।
ग़ौरतलब है कि ईरान की ओर से मीज़ाईल के सफल टेस्ट से अमरीका सहित ईरान के दुश्मन देश बौखला गए हैं।
ईरान सरकार हमेशा इस बात पर देती है कि उसकी मीज़ाईल क्षमता रक्षात्मक सिद्धांत पर आधारित है।(MAQ/N)