इराक़ी कुर्दिस्तान में रेफ़्रेन्डम के विषय पर ईरान की ओर से आया दो टूक बयान
ईरान की इस्लामी व्यवस्था हित संरक्षक परिषद के सदस्य ने ईरान की ओर से अखंड इराक़ का समर्थन करते हुए कहा है कि तेहरान ऐसी किसी भी कोशिश के ख़िलाफ़ है जिसका लक्ष्य इराक़ या क्षेत्र के किसी भी देश का विभाजन हो।
अली अकबर विलायती ने शनिवार को तेहरान में पत्रकारों से बातचीत में, इराक़ी कुर्दिस्तान क्षेत्र को इस देश से अलग करने के लिए रेफ़्रेन्डम के आयोजन की संभावना की ओर इशारा करते हुए कहा कि अगर क्षेत्र को बांटने का काम शुरु हुआ तो यह रुकेगा नहीं और इस बात में शक नहीं कि इस क़दम से साम्राज्यवादियों में ख़ास तौर पर अमरीका और ज़ायोनी शासन को फ़ायदा पहुंचेगा।
उन्होंने इस बात का उल्लेख करते हुए कि ईरान इराक़ का स्ट्रैटिजिक घटक है और इराक़ की क़ानूनी सरकार की इच्छा का समर्थन करता है, कहा कि क्षेत्र, अरब संघ और इस्लामी देशों की सरकारें क्षेत्र के किसी भी प्रकार के विभाजन के ख़िलाफ़ हैं क्योंकि इस क़दम से क्षेत्र की सुरक्षा ख़तरे में पड़ जाएगी।
ग़ौरतलब है कि इराक़ी कुर्दिस्तान क्षेत्र के कुछ दलों ने इस क्षेत्र के अध्यक्ष मसऊद बारेज़ानी की अध्यक्षता में 7 जून को एक बैठक की जिसमें इस क्षेत्र को इराक़ से अलग करने के लिए 25 सितंबर 2017 को रेफ़्रेन्डम के आयोजन पर सहमति जतायी। यह ऐसा विषय है जिसका न सिर्फ़ इराक़ सरकार और इस देश के विभिन्न राजनैतिक दल कड़ाई से विरोध कर रहे हैं बल्कि क्षेत्र सहित दुनिया के देश भी इस रेफ़्रेन्डम के आयोजन के ख़िलाफ़ हैं। (MAQ/N)