परमाणु समझौते पर कभी भी पुनर्विचार नहीं हो सकताः डाक्टर विलायती
अंतर्राष्ट्रीय मामलों में वरिष्ठ नेता के सलाहकार डाक्टर अली अकबर विलायती ने कहा है कि संयुक्त समग्र कार्य योजना जेसीपीओए पर किसी भी स्थिति में पुनर्विचार नहीं होगा और जिस समझौते पर सात देशों ने हस्ताक्षर किए हैं उसी को लागू होना चाहिए।
हमारे संवाददाता की रिपोर्ट के अनुसारअंतर्राष्ट्रीय मामलों में वरिष्ठ नेता के सलाहकार डाक्टर अली अकबर विलायती ने बुधवार को सीरिया के संसद सभापति हमूदा यूसुफ़ सब्बाग़ से तेहरान में मुलाक़ात में कहा कि कोई भी विषय जेसीपीओए में बढ़ाया नहीं जाएगा। उनका कहना था कि ईरान कभी भी किसी विदेशी को देश के संवेदनशील रक्षा केन्द्रों के निरिक्षण की अनुमति नहीं देगा।
डाक्टर विलायती ने बल दिया कि अमरीका, यमन, सीरिया और इराक़ में अपने लक्ष्यों तक नहीं पहुंच सका और अब क्षेत्र में उसकी उपस्थिति की उम्र समाप्त हो गयी है।
इस मुलाक़ात में सीरिया के संसद सभापति हमूदा यूसुफ़ सब्बाग़ ने कहा कि सीरिया के लिए बहुत बड़ा षड्यंत्र रचा गया था जो सीरिया और ईरान के बीच सहयोग से विफल हो गया। उन्होंने आशा व्यक्त की है कि युद्ध के बाद सीरिया के पुनर्निमाण में तेहरान, दमिश्क़ का एक मुख्य भागीदार होगा।
दूसरी ओर डाक्टर विलायती ने लेबनान के संसद सभापति नबीह ब्रिरी से मुलाक़ात में बल दिया कि हिज़्बुल्लाह और अमल आंदोलन के प्रयासों के कारण, लेबनान आज अरब और इस्लामी देशों के बीच गर्व कर रहा है और गर्व में प्रतिरोध की मुख्य भूमिका रही है। (AK)