अहवाज़ घटना का ऐसा बदला लेंगे कि दुश्मन भूल नहीं पाएगाः आईआरजीसी
ईरान की संसद मजलिसे शूराए इस्लामी के सदस्यों ने अमरीका और आतंकवाद की अभिभावकता करने वाले कुछ देशों को अहवाज़ घटना का मुख्य ज़िम्मेदार ठहराया है।
ईरान के सांसदों ने एक बयान जारी करके कहा है कि इस प्रकार के आतंकी हमलों से ईरान की सरकार और राष्ट्रीय सुरक्षा पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा बल्कि ऐसे हमलों से ईरानी राष्ट्र में एकता और एकजुटता में अधिक वृद्धि होगी।
इस बयान में कहा गया है कि अहवाज़ घटना, ईरान के दुश्मनों की तुच्छता और अमानवीय लक्ष्यों का एक और स्पष्ट प्रमाण है। ईरान के सांसदों के संयुक्त बयान में अहवाज़ घटना में लिप्त तत्वों की पहचान और गुप्त तत्वों को बेनक़ाब किए जाने की आवश्यकता पर बल दिया गया है।
दूसरी ओर आईआरजीसी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि अहवाज़ घटना का ऐसा बदला लिया जाएगा कि दुश्मन को अपने किए पर पछताना पड़ेगा।
बयान के अनुसार विश्व साम्राज्यवादी शक्तियों और क्षेत्र की रूढ़ीवादी सरकारों के पिट्ठुओं के इस घिनौने अपराध से एक बार फिर सिद्ध हो गया कि ईरान के हमेशा के दुश्मन और विशेषकर पश्चिमी, हेब्रू और अरब शैतानी त्रिकोण, ईरानी जनता से दुश्मनी का कोई अवसर हाथ से जाने नहीं देता यहां तक कि बेगुनाह बच्चों, महिलाओं और पुरुषों को भी आतंकवाद का निशाना बनाने से परहेज़ नहीं करता।
बयान में कहा गया है कि इस प्रकार के आतंकी हमलों से ईरानी सरकार और जनता के दृढ़ संकल्प में कोई विघ्न पैदा नहीं होगा बल्कि वह पूरी शक्ति के साथ इस्लामी क्रांति की सर्वोच्च उमंगों की ओर क़दम बढ़ाते रहेंगे।
इस्लामी क्रांति संरक्षक बल सिपाहे पासदारान के बयान में यह बात बल देकर कही गयी है कि मानवाधिकार के झूठे दावेदारों के पिट्ठुओं के विरुद्ध ठोस और निर्णायक कार्यवाही के अनुभवों को सामने रखते हुए और तुच्छ व अपराधी आतंकवादियों की कमान्ड और उन्हें चलाने वालों के केन्द्र में ख़ुफ़िया घुसपैठ द्वारा, प्रमाणों और साक्ष्यों की रोशनी में अहवाज़ घटना का बड़ा भीषण और अविस्मरणीय प्रतिशोध लिया जाएगा। (AK)