अमरीका से द्विपक्षीय वार्ता के बारे में न सोचा और न होगीः रूहानी
इस्लामी गणतंत्र ईरान के राष्ट्रपति डाक्टर हसन रूहानी ने कहा है कि अमरीका के साथ द्विपक्षीय वार्ता न तो कभी पेश की गयी और न होगी।
राष्ट्रपति रूहानी ने एक कार्यक्रम में आंतरिक प्रतिरोध व सक्रिय कूटनीति को सरकार की रणनीति क़रार दिया और कहा कि इस्लामी क्रांति के दुश्मन जानते हैं कि ईरान के विरुद्ध थोपा गया आर्थिक युद्ध, 30 साल पहले थोपे गये सैन्य युद्ध की भांति है जिसका कोई परिणाम नहीं निकला।
उन्होंने यह बयान करते हुए कि अमरीकी षड्यंत्रों के मुक़ाबले मं ईरान की रणनीति, क्रांतिकारी धैर्य और बौद्धिक युक्ति की रणनीति है, कहा कि ईरान इस रणनीति के साथ अंतर्राष्ट्रीय मंच पर अकेला नहीं पड़ा और उसने अमरीका को अलग थलग करने में सफलता प्राप्त कर ली।
राष्ट्रपति ने कहा कि आज अमरीका और उसके घटक अकेले पड़ गये हैं और ईरानी राष्ट्र दुनिया के राष्ट्रों और यहां तक कि बड़ी सरकारों को अपने साथ देख रहा है।
उन्होंने कहा कि एक साल की धैर्य की रणनीति के बाद परमाणु समझौते में वचनों को कम करने की नीति शुरु हुई। उन्होंने कहा कि यदि यूरोप अपने वचनों पर अमल न कर सका तो ईरान निश्चित रूप से तीसरा क़दम उठाएगा। (AK)