मूसिल से दाइश का सफाया अमरीका की सबसे बड़ी पराजयः ईरानी संसद
अपने गढ़ से दाइश के सफाए पर ईरान के सांसदों ने एक बयान जारी करके इस अमरीका के लिए बहुत बड़ी पराजय बताया है।
ईरान के सांसदों ने रविवार को एक बयान जारी करके मूसिल से दाइश के निकाल बाहर किये जाने पर इराक़ी राष्ट्र, इराक़ी सेना, वहां के स्वयंसेवी बलों और वरिष्ठ धर्मगुरू आयतुल्लाह सीस्तानी को बधाई दी है। इस बयान में कहा गया है कि मूसिल में दाइश को जिस पराजय का स्वाद चखना पड़ा है वह क्षेत्र में अमरीका और उसके घटकों की शर्मनाक पराजय है।
उल्लेखनीय है कि इराक़ी सैनिकों ने गुरूवार को मूसिल की नूरी मस्जिद पर नियंत्रण स्थापित करने के साथ ही इस देश से दाइश का सफाया कर दिया। स्वयंभू ख़लीफ़ा अबूबक्र बग़दादी ने जून 2014 को दाइश की नूरी मस्जिद में अपनी तथाकथित ख़िलाफ़त की घोषणा की थी। इस मस्जिद को मूसिल में दाइश का गढ़ माना जाता था। दाइश ने अपनी पराजय को निकट देखते हुए लगभग दस दिन पहले नूरी मस्जिद को विस्फोटकों से ध्वस्त कर दिया था।