यमन विस्फोटक स्थिति की ओर, यूनिसेफ़ की चेतावनी, सऊदी हमलों के कारण तबाह हुए उपचार केन्द्र
यमन में यूनीसेफ़ की प्रतिनिधि मैरीटेक्सल रेलानो ने इस देश में मानवीय स्थिति को त्रासदीपूर्ण बताया और कहा कि सऊदी हमलों के कारण यमन की उपचार व्यवस्था तबाह हो गयी है।
यूनीसेफ़ की इस अधिकारी ने शुक्रवार को कहा कि यमन में मलेरिया बुरी तरह से फैल रहा है। उनका कहना था कि यमन में इस बीमारी से 5 लाख लोग ग्रस्त हैं जिनमें आधे बच्चे हैं।
यमन में यूनीसेफ़ की इस प्रतिनिधि का कहना था कि सऊदी अरब के हमलों के कारण यमन के बड़ी संख्या में बच्चे या तो मारे गये हैं या अपंग हो गये हैं।
उन्होंने यह बयान करते हुए कि सऊदी अरब के हमलों की वजह से यमन में मौजूद आधे से अधिक उपचार केन्द्र बिजली और ईंधन की कमी का सामना कर रहे हैं जिसके कारण वह अपनी सेवाएं प्रदान नहीं कर पा रहे हैं। उनका कहना था कि यमन में लोगों की सहायता करना बहुत कठिन है।
दूसरी ओर यमन के जनांदोलन अंसारुल्लाह ने सऊदी हमलावरों को करारा जवाब देने पर बल दिया है।
हमारे संवाददाता की रिपोर्ट के अनुसार अंसारुल्लाह के राजनैतिक कार्यालय के सदस्य सलीम मग़लस ने कहा कि यमन संघर्ष के नये चरण का साक्षी होगा और सऊदी हमलावरों से मुक़ाबले के लिए व्यापक स्तर पर सैनिक भेजे जाएंगे।
उन्होंने कहा कि सऊदी अरब ने यमनी जनता के विरुद्ध जो अपराध किए हैं उनसे यमनी जनता की एकता में वृद्धि हुई है और इससे सऊदी अरब के हमलों का मुक़ाबला करने में यमनी जनता और अधिक मज़बूत हुए हैं। (AK)