यमन शांति वार्ता आरंभ , बच्चों का ध्यान रहे, यूनिसेफ की गुहार
स्वीडन में यमन के संघर्षरत पक्षों में गुरुवार को वार्ता आरंभ हो गयी है जबकि वार्ता के पक्षों से यूनिसेफ ने अपील की है कि वह यमन के बच्चों के भविष्य और उनके अपार दुखों पर विशेष रूप से ध्यान दें।
दो वर्षों के अंतराल के बाद स्वीडन की राजधानी स्टॅाकहोम में गुरुवार को संयुक्त राष्ट्र संघ की निगरानी में यह वार्ता शुरु हुई।
यमन के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ के विशेष दूत मार्टिन ग्रेफीट्स ने वार्ता आरंभ होने से पहले स्वीडन की यात्रा करने के लिए दोनों पक्षों के प्रति आभार प्रकट किया और कहा कि यमन के युद्ध को समाप्त करने के लिए दोनों पक्षों को कठिन निर्णय लेने पड़ेंगे। उन्होंने कहा कि यमन का भविष्य इस सम्मेलन में उपस्थित लोगों के हाथ मे है और यमन की समस्याओं का उस समय तक निवारण नहीं होगा जब तक सभी यमनी पक्षों की बातें न सुनी जाएं।
उन्होंने कहा कि आगामी समय , यमन के लिए निर्णायक होंगे।
इसी मध्य युनिसेफ में मध्य पूर्व और उत्तरी अफ्रीका के मामलों के प्रभारी खीरत काबालारी ने स्वीडन वार्ता में भाग लेने वाले पक्षों से अपील की है कि वह यमन के बच्चों की दशा पर ध्यान दें क्योंकि यमनी बच्चों की दशा, पूरी मानवता के लिए लज्जाजनक है।
उन्होंनने यमन के खिलाफ सऊदी अरब के युद्ध के परिणाम को अत्याधिक भयानक बताते हुए आशा प्रकट की है कि स्वीडन वार्ता के परिणाम में यमन युद्ध समाप्त हो जाएगा।(Q.A.)