गोलान के बारे में दुनिया भर के देशों ने अमरीका को लताड़ा, सीरिया ने अतिग्रहित गोलान को आज़ाद कराने का लिया संकल्प
अरब लीग, रूस, ईरान और तुर्की ने अमरीकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प के गुरुवार के एलान के बाद कि जिसमें उन्होंने सीरिया के गोलान हाइट्स को इस्राईली क्षेत्र के रूप में मान्यता देने का एलान किया है, अमरीका को कड़ी चेतावनी दी है।
रणनैतिक दृष्टि से अहम गोलाइन हाइट्स क्षेत्र, वर्ष 1967 से इस्राईल के अतिग्रहण में है, लेकिन अमरीकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो के इस्राईल के दौरे के एक दिन बाद ट्रम्प के अचानक एलान से यह विवाद ख़तरनाक चरण में पहुंच गया है।
तुर्क राष्ट्रपति रजब तय्यब अर्दोग़ान ने शुक्रवार को कहा कि ट्रम्प के बयान से क्षेत्र नए संकट के मोहाने पर पहुंच गया है।
इस्तांबूल में इस्लामी सहयोग संगठन की बैठक में भाषण देते हुए तुर्क राष्ट्रपति अर्दोग़ान ने कहाः "हम गोलान हाइट्स के अतिग्रहण को वैधता पाने नहीं देंगे।"
ईरान ने भी ट्रम्प के एलान की भर्त्सना की है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता बहराम क़ासेमी ने कहाः "इस अवैध व अस्वीकार्य मान्यता से यह वास्तविकता नहीं बदल सकती कि यह (गोलान हाइट्स) सीरिया का है।"
उन्होंने कहाः "ज़ायोनी शासन का, जो एक अतिग्रहणकारी शासन है और उसे किसी भी इस्लामी व अरब भूमि पर संप्रभुता हासिल नहीं है, गोलान हाइट्स पर अतिग्रहण जल्द से जल्द ख़त्म होना चाहिए।"
बहराम क़ासेमी ने कहा कि इस्राईल के अतिग्रहण का अंत ही गोलान विवाद का एकमात्र हल है।
उन्होंने कहा कि ट्रम्प के व्यक्तिगत वह जल्दबाज़ी भरे फ़ैसले से अमरीकी नीतियों के नए आयाम से पर्दा उठता है जो पूरी दुनिया के लिए ख़तरनाक हैं और उनसे यह अस्थिर क्षेत्र एक के बाद एक संकट में घिरता जाएगा।
बहराम क़ासेमी ने कहाः "इस्लामी गणतंत्र क्षेत्र में भविष्य में घटने वाली घटनाओं पर पैनी नज़र रखेगा और उचित क़दम उठाने के लिए सीरियाई सरकार सहित दूसरे देशों के साथ सहयोग व विचार जारी रखेगा।"
सीरिया गोलान को आज़ाद कराने के लिए तय्यार
उधर सीरिया ने जो पिछले महीने ही गोलान के लिए इस्राईल से दूसरी लड़ाई के लिए अपनी तय्यारी का एलान कर चुका है, ट्रम्प के एलान की भर्त्सना की है। सीरियाई विदेश मंत्रालय के शुक्रवार को जारी बयान में ट्रम्प के एलान की भर्त्सना हुयी है।
सीरियाई विदेश मंत्रालय के बयान में आया हैः "अमरीका के सीरिया के गोलान हाइट्स के बारे में दृष्टिकोण से साफ़ तौर पर पता चलता है कि अमरीका अंतर्राष्ट्रीय क़ानून का खुल्लम खुल्ला उल्लंघन और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की अवमानना कर रहा है।"
इस बयान में आगे आया हैः "अमरीकी राष्ट्रपति ट्रम्प के इस ग़ैर ज़िम्मेदाराना बयान से एक बार फिर अतिग्रहणकारी ज़ायोनी शासन और उसकी दुश्मनी भरी कार्यवाहियों को अमरीका की ओर से निरंतर अंधाधुंध समर्थन स्पष्ट होता है।"
ट्रम्प ने यह एलान ऐसे समय किया है कि अगले हफ़्ते ज़ायोनी प्रधान मंत्री बिनयामिन नेतनयाहू अमरीका का दौरा करने वाले हैं।
ट्रम्प ने अपने ट्वीट में जिससे बहुत लोगों को हैरत हुयी, कहा कि अब समय आ गया है कि अमरीका यह क़दम उठाए। ट्रम्प के इस ट्वीट का नेतनयाहू ने यहूदी छुट्टी प्यूरिम के अवसर पर चमत्कार की संज्ञा दी।(MAQ/N)