पचास लाख यमनी बच्चे खतरे में , यूनिसेफ ने जारी कर दी चेतावनी!
यूनिसेफ ने कहा है कि कोरोना वायरस के फैलाव के साथ ही भारी वर्षा की वजह से यमन में पचास लाख से अधिक बच्चों को कॅालरा और महामारी का खतरा है।
यूनिसेफ की वेबसाइट पर बताया गया है कि यमन में पांच साल से कम आयु के पचास लाख से अधिक बच्चों को महामारी और कॅालरा का खतरा है क्योंकि यमन में बीच अप्रैल से लेकर अब तक भयानक बारिश हो रही है।
यूनिसेफ ने बताया है कि जनवरी से अब तक यमन के 331 इलाकों में से 290 इलाकों में संदिग्ध महामारी के एक लाख दस हज़ार मामले सामने आए हैं जिनमें से एक चौथाी, पांच साल के कम आयु के बच्चों से संबंधित थे।
यह एेसी दशा में है कि यमन को अब कोरोना का भी खतरा है हालांकिे अभी तक कोरोना से ग्रस्त होने का केवल एक मामला सामने आया है लेकिन जो हालात हैं उनमें इस वायरस के यमन में फैलाव का खतरा बढ़ रहा है।
रेडक्रास सोसायटी ने भी ट्वीट किया है कि कोरोना वायरस के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय युद्ध के दौरान यमन के एक करोड़ सत्तर लाख लोगों के लिए स्वच्छ पेय जल उपलब्ध नहीं है।
रेडक्रास सोसायटी के ट्वीट के अनुसार, यमन की 2 करोड़ 90 लाख आबादी में से एक करोड़ सत्तर लाख से अधिक लोगों को पास स्वच्छ पेय जल और पानी की पाइप लाइन तक पहुंच नहीं है।
संयुक्त राष्ट्र संघ के राहत कार्यालय ने भी मंगलवार को चेतावनी दी थी कि आशंका यह है कि यमन में कोरोना वायरस फैल रहा है लेकिन इस देश के अधिकारियों को इसका पता ही नही ं है।
यमन में स्वास्थ्य सेवा सऊदी अरब और उसके घटकों द्वारा इस देश पर थोपे गये 6 वर्षीय युद्ध की वजह से पूरी तरह से तबाह हो चुकी है और यही वजह है कि अंतरराष्ट्रीय संगठन , यमन में कोरोना तथा अन्य महामारियों के फैलने की ओर से बार बार चेतावनी जारी कर रहे हैं। Q.A.