क्या केवल चेतावनियों से रोकी जा सकती है भुखमरी?
(last modified Sun, 09 Jan 2022 17:35:43 GMT )
Jan ०९, २०२२ २३:०५ Asia/Kolkata
  • क्या केवल चेतावनियों से रोकी जा सकती है भुखमरी?

यूनीसेफ ने सचेत किया है कि अफ़ग़ानिस्तान में लाखों लोग, विशेषकर बच्चे, भुखमरी का शिकार हैं।

अफ़ग़ानिस्तान की आवा समाचार एजेन्सी के अनुसार यूनीसेफ ने रविवार को चेतावनी दी है कि अफ़ग़ानिस्तान में एक करोड़ 40 लाख बच्चे भुखमरी का शिकार हैं।

यूनीसेफ के अनुसार एक करोड़ चालीस लाख अफ़ग़ानी बच्चों में से 5 करोड़ बच्चों की हालत बहुत ही ख़राब है।  इस रिपोर्ट में कहा गया है कि कड़ाके की ठंड ने अफ़ग़ानिस्तान में लाखों बच्चों की ज़िंदगी को बहुत कठिन बना दिया है।

इन बातों के दृष्टिगत अफ़ग़ानिस्तान के लिए विश्व सहायता की आवश्यकता है।  इससे पहले ही यूनीसेफ की ओर से अफ़ग़ानिस्तान की बुरी मानवीय स्थिति के बारे मे चेतावनी दी जा चुकी है।

यूनीसेफ की रिपोर्ट में कहा गया है कि इस समय अफ़ग़ानी परिवारों का पूरा प्रयास केवल दो जून की रोटी का प्रबंध करना है जो अफ़ग़ानिस्तान की विषम आर्थिक स्थिति को देखते हुए बहुत कठिन काम बन चुका है। वहां पर कुछ लोग खाने के बदले में बच्चे तक बेच रहे हैं।

याद रहे कि अफ़ग़ानिस्तान में करोड़ों लोगों को भुखमरी का सामना एसी हालत में है जब उन्हीं के दस अरब डाॅलर, अमरीका ने रोक रखे हैं।

इन पैसों के न मिलने के कारण अफ़ग़ानिस्तान की स्थिति और ख़राब होती जा रही है तथा अन्तर्राष्ट्रीय संस्थाएं केवल चेतावनियों पर चेतावनियां देती जा रही हैं किंतु कोई भी गंभीरता के साथ अफ़ग़ानिस्तान के मानवीय संकट के समाधान के लिए प्रयास करता दिखाई नहीं दे रहा है।

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