स्वीडन में पवित्र क़ुरआन का हुआ अनादर, दुनिया भर के मुसलमानों में रोष, अम्मार हकीम और मुक़्तदा सद्र आए सामने
(last modified Sun, 17 Apr 2022 07:55:26 GMT )
Apr १७, २०२२ १३:२५ Asia/Kolkata
  • स्वीडन में पवित्र क़ुरआन का हुआ अनादर, दुनिया भर के मुसलमानों में रोष, अम्मार हकीम और मुक़्तदा सद्र आए सामने

इराक़ की राष्ट्रीय हिकमत पार्टी के प्रमुख ने स्वीडन में पवित्र क़ुरआन का अनादर पूरी दुनिया के मुसलमानों का अपमान बताया है।

प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक़, इराक़ की राष्ट्रीय हिकमत पार्टी के प्रमुख सैयद अम्मार हकीम ने कट्टरपंथी गुटों द्वारा स्वीडन में पवित्र क़ुरआन की प्रति को जलाए जाने पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए इस नफ़रत भरे कृत्य की निंदा की है। अम्मार हकीम ने कहा कि इस निंदनीय कृत्य ने दुनिया के सभी हिस्सों में मौजूद इस्लाम के करोड़ों अनुयायियों की भावनाओं को ठेस पहुंचाया है और साथ ही कट्टरपंथियों ने केवल क़ुरआन का अनादर नहीं किया है बल्कि उन्होंने दुनिया भर के मुसलमानों का भी अनादर किया है।

स्वीडन में शुक्रवार को कट्टरपंथी गुटों द्वारा पवित्र क़ुरआन की प्रति को जलाए जाने की घटना पर पूरी दुनिया में रोष देखा जा रहा है। हर कोई कट्टरपंथियों द्वारा अंजाम दिए गए इस कृत्य की निंदा कर रहा है। इस बीच इराक़ के सद्र धड़े के प्रमुख मुक़्तदा सद्र ने अपने ट्वीटर पेज पर लिखा है कि इराक़ के विदेश मंत्रालय को चाहिए कि वह तुरंत स्वीडन के राजदूत को तलब करे। उन्होंने कहा कि इस जघन्य अपराध के पीछे कौन लोग हैं उनकी पहचान की जानी चाहिए। मुक़तदा सद्र ने कहा कि इस तरह के कामों से मुसलमानों के प्रति नफ़रत फैलाने की कोशिश की जा रही है।

स्वीडन के ओरेब्रो शहर में प्रदर्शन करते लोग

उल्लेखनीय है कि स्वीडन के ओरेब्रो शहर में एक धुर दक्षिणपंथी समूह के कथित तौर पर पवित्र क़ुरआन को जलाने के इरादे के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारी शुक्रवार को पुलिस से भिड़ गए, जिसमें 9 पुलिस अधिकारी घायल हो गए। ओरब्रो पुलिस ने भी एक बयान में कहा कि प्रदर्शनकारियों के हमले में उसके 9 अधिकारी घायल हुए हैं। स्वीडन के प्रतिष्ठित दैनिक अख़बार अफ्टोंब्लाडेट ने पुलिस प्रवक्ता डायना कुदैब के हवाले से बताया कि हिंसक प्रदर्शनकारियों ने पुलिसवालों पर पत्थरबाज़ी की, जिसमें उन्हें काफी चोटें आईं। एक आम नागरिक भी सिर में पत्थर लगने से चोटिल हो गया। हिंसा पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, स्वीडिश प्रधानमंत्री मैग्डेलेना एंडरसन ने कहा; 'स्वीडन में, लोगों को अपनी राय व्यक्त करने की अनुमति है, चाहे वे अच्छे या बुरे स्वाद में हों। यह हमारे लोकतंत्र का हिस्सा है। आप जो भी सोचते हैं, आपको कभी भी हिंसा का सहारा नहीं लेना चाहिए। हम इसे कभी स्वीकार नहीं करेंगे। यह ठीक उसी तरह की हिंसक प्रतिक्रिया है जो रासमस पलुदान देखना चाहते है। इसका उद्देश्य लोगों को एक-दूसरे के ख़िलाफ़ भड़काना है। (RZ)

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