Jul २१, २०२२ १५:३० Asia/Kolkata
  • 20 गावों और चर्चों के पास बिछाई गयी बारूदी सुरंगों में कम से कम 20 हताहत

लोगों के मकानों और चर्चों के आसपास बिछाई गईं बारूदी सुरंगों में कम से कम 20 लोग मारे गए और कई अन्य लोग दिव्यांग हो गए।

म्यांमार की सेना ने काया इलाके में बारूदी सुरंगें बिछा दी हैं। इन बारूदी सुरंगों की चपेट में आने से कई लोगों की मौत हुई है। काया के करीब 20 गांवों में बारूदी सुरंग बिछाई गई हैं।

म्यांमार में पिछले साल हुए तख्तापलट के बाद से हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। पिछले कई महीनों से लगातार सेना द्वारा आम लोगों पर अत्याचार की कई खबरें सामने आई हैं। एमनेस्टी इंटरनेशनल ने एक ताजा रिपोर्ट में बताया है कि म्यांमार की सेना ने थाइलैंड बॉर्डर के पास संघर्षग्रस्त काया इलाके में और उसके आसपास के गांवों में बारूदी सुरंगें बिछा दी हैं, जिसकी चपेट में आने से कई लोग मारे गए हैं और घायल हुए हैं।

एमनेस्टी इंटरनेशनल के मुताबिक, इस इलाके का दौरा करने वाले उसके रिसर्चर्स ने पाया कि लोगों के मकानों और चर्चों के आसपास बिछाई गईं बारूदी सुरंगों में कम से कम 20 लोग मारे गए और कई अन्य घायल हो गये। रिसर्चर्स ने एक ऐसे इलाके में गांववालों से बातचीत की जो फरवरी 2021 से सेना के नियंत्रण में है। सेना ने तब म्यांमार की लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई सरकार को बाहर कर देश की बागडोर अपने हाथ में ले ली थी, और तभी से उसका जातीय सशस्त्र समूहों से मुकाबला चल रहा है।

ज्ञात रहे कि 1997 में हुए ‘ओटावा कन्वेंशन’सहित तमाम अंतरराष्ट्रीय समझौतों के तहत दुनिया भर में हजारों लोगों की हत्या और उनके विकलांग होने का कारण बने हथियारों पर रोक लगाने के इरादे से इंसानों को निशाना बनाने वाली बारूदी सुरंगों के इस्तेमाल पर बैन लगा दिया गया था। ‘एमनेस्टी इंटरनेशनल क्राइसिस रिस्पॉन्स’ के उपनिदेशक मैट वेल्स ने एक बयान में कहा कि म्यांमार की सेना द्वारा बारूदी सुरंगों का इस्तेमाल घृणित एवं क्रूर है। विश्व भर में जब ऐसे हथियारों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, तब सेना ने उन्हें लोगों के बरामदों, मकानों, सीढ़ियों और चर्चों के आसपास बिछा दिया है। mm

हमारा व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन करने के लिए क्लिक कीजिए

हमारा टेलीग्राम चैनल ज्वाइन कीजिए

हमारा यूट्यूब चैनल सब्सक्राइब कीजिए!

ट्वीटर पर हमें फ़ालो कीजिए 

फेसबुक पर हमारे पेज को लाइक करें

 

टैग्स