Mar २४, २०१६ १७:३६ Asia/Kolkata
  • शरणार्थियों के संबंध में यूरोपीय संघ के व्यवहार की संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा आलोचना

संयुक्त राष्ट्र संघ ने शरणार्थियों के संबंध में यूरोपीय संघ के नए दृष्टिकोण की आलोचना की है।

इस संदर्भ में संयुक्त राष्ट्र के शरणार्थी मामलों के उच्चायुक्त ने कहा कि यूरोपीय संघ और तुर्की के बीच हुयी सहमति के बाद, यूनान में शरणार्थियों के पंजीकरण के केन्द्र, हिरासत के केन्द्र बन गए हैं।

शरणार्थियों के संबंध में यूरोपीय संघ और तुर्की के बीच हुए समझौते के लागू होने के बाद, उनके साथ बहुत ही कड़ा व्यवहार अपनाया जा रहा है जिससे शरणार्थियों में निराशा फैलती जा रही है। जैसा कि इसकी ताज़ा मिसाल यूनान और मेसाडोनिया के बीच एक सीमावर्ती इलाक़े में एक शरणार्थी द्वारा आत्मदाह की घटना है। 10 दिन से ज़्यादा समय से बालेकान की सीमाएं आधिकारिक रूप से बंद हैं और हज़ारों की संख्या में शरणार्थी सीमा पार बदहाल पड़े हुए हैं। इस वक़्त यूनान और मेसाडोनिया के सीमावर्ती इलाक़े में लगभग 12 हज़ार शरणार्थी अनिश्चय की स्थिति में भटक रहे हैं।

ऐसा लगता है कि यूरोपीय देशों ने, जिन्होंने शरणार्थियों के संबधं में सहयोग के लिए तुर्की को बहुत विशिष्टताएं दी हैं, शरणार्थियों के पलायन को किसी भी स्थिति में रोकने का फ़ैसला कर चुके हैं। इसलिए आने वाले हफ़्तों में शरणार्थियों के ख़िलाफ़ और कठोर व्यहवार अपनाए जाने की संभावना है। ख़ास तौर पर इसलिए भी कि मंगलवार को बेल्जियम में हुए आतंकवादी हमलों के बाद यूरोप के हाथ एक और बड़ा बहाना लगा है। (MAQ/T)

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