शैख़ुल मुजाहिद की ज़िदगी ख़तरे में, कहां हैं किसी को पता नहीं?
नाइजीरिया के इस्लामी आंदोलन का कहना है कि नाइजीरियाई सुरक्षा बलों ने शैख़ इब्राहीम ज़कज़की को अज्ञात स्थान पर पहुंचा दिया है।
फ़ार्स न्यूज़ एजेन्सी की रिपोर्ट के अनुसार नाइजीरिया के इस्लामी आंदोलन ने घोषणा की है कि भारत से लौटने के बाद सेना ने शैख़ इब्राहीम ज़कज़की और उनकी पत्नी को अज्ञात स्थान पर पहुंचा दिया।
नाइजीरिया के इस्लामी आंदोलन के प्रवक्ता ने अपने बयान में नाइजीरिया की सुरक्षा एजेन्सी से जिनके क़ब्ज़े में शैख़ ज़कज़की हैं, अपील की है कि जनता को बताया जाए कि उनको किस जगह पर रखा गया है।
नाइजीरिया के इस्लामी आंदोलन के बयान में कहा गया है कि नाइजीरिया के सुरक्षा बलों ने शैख़ इब्राहीम ज़कज़की और उनकी पत्नी के अबूजा हवाई अड्डे पर उतरने के तुरंत बाद किसी ना मालूम जगह पर पहुंचा दिया जबकि हवाई अड्डे पर पत्रकार और मीडिया कर्मी कई घंटे से उनका हाल चाल लेने और उनसे बात करने लिए प्रतीक्षा कर रहे थे।
इससे पहले नाइजेरिया के इस्लामी आंदोलन ने कहा था कि देश की सरकार शैख़ इब्राहीम ज़कज़की की हत्या करने की कोशिश में है।
संगठन ने कहा कि अदालत ने शैख़ ज़कज़की को उनकी पत्नी के साथ भारत जाने की अनुमति दी जो नाइजेरियाई सरकार को पसंद नहीं आई और सरकार अब हर प्रकार से यह कोशिश कर रही है कि शैख़ ज़कज़की की हत्या करवा दे।
ज्ञात रहे कि 13 दिसंबर 2015 को नाइजीरिया के सैनिकों ने इस देश के कादूना प्रांत के ज़ारिया शहर में स्थित एक इमाम बारगाह पर हमला करके शैख़ ज़कज़की और उनकी पत्नी को गम्भीर रूप से घायल कर दिया था और उसके बाद से सुरक्षा बलों ने उन्हें और उनकी पत्नी को जेल में बंद कर रखा है।
इसी प्रकार नाइजीरिया के सैनिकों के 2015 के हमले में सैकड़ों दूसरे मुसलमान शहीद व घायल हुए थे। शहीद होने वालों में शैख़ ज़कज़की के तीने बेटे भी शामिल हैं। (AK)