आयतें और निशानियां- 7
ईश्वर ने क़ुरआने मजीद के सूरों में सृष्टि के बारे में संक्षेप में बात की है। सृष्टि के रहस्यों और अस्तित्व की बारीकियों को अलग अलग अंदाज़ में बयान किया है।
इस चर्चा में हम पहाड़ों की रचना के आश्चर्यों के बारे में बात करेंगे।
अल्लाह ने क़ुरआन में पहाड़ों की रचना के बारे में भी बात की है और उनके अस्तित्व के रहस्य व कारणों को बयान किया है। इस ईश्वरीय ग्रंथ में 39 बार जेबाल शब्द आया है जबकि 9 बार रवासी शब्द आया है दोनों का अर्थ पर्वत होता है। इन आयतों में इंसानों को प्रेरणा दी गई है कि पहाड़ों को देखें और इस हैरतअंगेज़ रचना को देखकर ईश्वर को पहचानने की कोशिश करें। पहाड़ों की रचना के बारे में जो रहस्य और कारण बयान किए गए हैं उनमें सबसे अधिक पहाड़ों की स्थिरता तथा पहाड़ों के कारण ज़मीन पर बसने वालों को प्राप्त होने वाले सुकून की बात की गई है। यह बताया गया है कि पहाड़ों के कारण ज़मीन में सुकून है। अलग अलग सूरों में अलग अलग अंदाज़ से यह बात कही गई है। सूरए नह्ल की आयत संख्या 15 में कहा गया है कि ज़मीन में पहाड़ों को डाल दिया ताकि उसमें कंपन न हो। कभी इसी तथ्य को अलग शब्दों में बयान किया गया है। सूरए नबा की आयत संख्या 7 में कहा गया है कि पहाड़ों को ज़मीन पर गाड़ी जाने वाली कील के रूप में पैदा किया है।
हालिया समय में भूविज्ञान के क्षेत्र में आने वाली प्रगति से साबित हो गया है कि धरती पर पहाड़ों का अस्तित्व धरती को शांत रखने और जीवन गुज़ारने के लिए उसे अनुकूल बनाने के उद्देश्य से है। क़ुरआन मजीद ने 14 शताब्दी पहले ही इस रहस्य को बयान कर दिया और मानव जीवन में पहाड़ों की भूमिका का उल्लेख किया।
पैग़म्बरे इस्लाम के पौत्र हज़रत इमाम जाफ़र सादिक़ अलैहिस्सलाम पहाड़ों के लाभ के बारे में मुफ़ज़्ज़ल से कहते हैं कि आसमानों से बातें करने वाले इन पहाड़ों के बारे में विचार करो जिनके लाभ के बारे में लोग अनभिज्ञ हैं। उनका फ़ायदा बहुत अधिक है। एक फ़ायदा यही है कि पहाड़ अपनी चोटियों पर बर्फ़ को ज़रूरत के दिनों के लिए संजोए रखते हैं। निर्मल जल के सोते और नदियां जिनसे इंसानों को बहुत अधिक फ़ायदे मिलते हैं पहाड़ों पर संचित बर्फ़ से ही प्रहावित होती हैं। पहाड़ों पर तरह तरह की वनस्पतियां और औषधियां उगती हैं जो मैदानों और मरुस्थलों में नहीं मिल पातीं। चक्की और इमारतें बनाने के लिए पहाड़ों से पत्थर मिलते हैं। इसके अलावा भी पहाड़ों के अनगिनत लाभ हैं जिन्हें केवल ईश्वर ही जानता है।