• मार्गदर्शन- 51

    मार्गदर्शन- 51

    Sep ०४, २०१७ १६:१८

    इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता आयतुल्लाह हिल उज़्मा सैयद अली ख़ामेनेई, मुहर्रम और सफ़र के बारे में कहते हैं कि यह महीने, महान मानवीय और आध्यात्मिक उच्च आदर्शों को पुनर्जीवित करने के महीने हैं। 

  • मार्ग दर्शन- 50

    मार्ग दर्शन- 50

    Sep ०३, २०१७ १६:१८

    मोहर्रम ऐसा महीना है जिसमें इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम से श्रद्धा रखने वालों के दिल तपने लगते हैं और उनकी भावनाएं ताज़ा हो जाती हैं।

  • मार्गदर्शन -49

    मार्गदर्शन -49

    Aug २८, २०१७ १६:००

    इस्लामी क्रांति के विरष्ठ नेता कहते हैं कि शिष्टाचार वह मनमोहक हवा है यदि मनुष्य के समाज में पायी जाए तो मनुष्य उसमें सांस लेकर स्वस्थ्य जीवन बिता सकता है।

  • मार्गदर्शन -48

    मार्गदर्शन -48

    Aug १६, २०१७ १५:११

    शांति की प्राप्ति इंसान की मूल इच्छाओं में है।

  • मार्गदर्शन -47

    मार्गदर्शन -47

    Aug १४, २०१७ १२:४४

    हर पतझड़ के बाद बहार है, जिस तरह से बहार में प्रकृति हरी भरी और ताज़ा हो जाती है, उसी तरह इस दुनिया की बहार मोक्ष-दाता के प्रकट होने का काल है।

  • मार्गदर्शन- 46

    मार्गदर्शन- 46

    Aug ०७, २०१७ १४:१०

    मार्ग दर्शन कार्यक्रम के अंतर्गत हम पैग़म्बरे इस्लाम और उनके परिजनों के जीवन के विभिन्न आयामों से परिचित होते हैं।

  • मार्गदर्शन- 45

    मार्गदर्शन- 45

    Aug ०१, २०१७ १६:२२

    इमाम हसन अस्करी अलैहिस्सलाम ऐसी महान हस्ती थीं कि जिसकी अच्छाइयों, ज्ञान, सदाचारिता, पवित्रता, बुराइयों से दूरी, दुश्मनों के मुक़ाबले में वीरता, कठिनाइयों के मुक़ाबले में धैर्य व टृढ़ता की सभी ने गवाही दी चाहे वह समर्थक हों, विरोधी हों, शिया हों या उनसे श्रद्धा न रखने वाले हों।

  • मार्गदर्शन -44

    मार्गदर्शन -44

    Jul ३१, २०१७ १२:१४

    इतिहास में पैग़म्बरे इस्लाम (स) और उनके पवित्र परिजनों के अच्छे व्यवहार व आचरण की बहुत सी घटनाओं का उल्लेख मिलता है।

  • मार्गदर्शन-43

    मार्गदर्शन-43

    Jul २६, २०१७ १२:३६

    आपको अवश्य याद होगा कि पिछले कार्यक्रम में हमने पैग़म्बरे इस्लाम के पवित्र परिजनों के बारे में चर्चा की थी।

  • मार्गदर्शन- 42

    मार्गदर्शन- 42

    Jul २४, २०१७ १६:२३

    इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़्मा सैयद अली ख़ामेनेई कहते हैं कि इमाम मूसा काज़िम (अ.स.) ने विभिन्न अत्याचारी शासकों के दौर में ज़िंदगी बिताई।