यूनिसेफ़ म्यांमार से विस्थापित हुए बच्चों के समर्थन में सामने आया
यूनिसेफ़ ने मांग की है कि बेघर रोहिंग्या बच्चों की बंग्लादेश से म्यांमार वापसी के लिए उचित सुरक्षा स्थिति मुहैया होनी चाहिए।
समाचार एजेंसी शेनहुआ के अनुसार, यूनिसेफ़ के अधिकारी जस्टिन फ़ोर्सिट ने बंग्लादेश की राजधानी ढाका के दक्षिणी भाग में विस्थापित रोहिंग्या मुसलमानों के कैंप के निरीक्षण के दौरान कहा कि बेघर होने वालों की म्यांमार वापसी स्वेच्छा से होनी चाहिए, उन्हें सुरक्षा मुहैया करायी जाए और उनकी शान का भी ख़्याल रखा जाए।
उन्होंने बताया कि विस्थापित होने वाले रोहिंग्या मुसलमानों में लगभग 58 फ़ीसद बच्चे हैं जिनमें से बहुत से बच्चों ने हिंसा का अनुभव किया है।
ग़ौरतलब है कि अगस्त 2017 के आख़िरी दिनों में रोहिंग्या मुसलमानों के ख़िलाफ़ म्यांमार की सेना के दमनकारी हमलों की नई लहर में 6000 से ज़्यादा लोग हताहत और 8000 के क़रीब घायल हुए हैं जबकि लाखों रोहिंग्या मुसलमान बंग्लादेश फ़रार करने पर मजबूर हुए।
संयुक्त राष्ट्र संघ ने हाल में एलान किया कि म्यांमार की सरकार रोहिंग्या मुसलमानों का जातीय सफ़ाया करने की कोशिश में है। (MAQ/N)