किस तरह ब्राज़ील का कोविड-19 संकट पूरी दुनिया के ख़तरा बनता जा रहा है
(last modified Fri, 12 Mar 2021 17:34:19 GMT )
Mar १२, २०२१ २३:०४ Asia/Kolkata
  • किस तरह ब्राज़ील का कोविड-19 संकट पूरी दुनिया के ख़तरा बनता जा रहा है

ब्राज़ील में पिछले हफ़्ते कोरोना वायरस कोविड-19 के 4 लाख 75 हज़ार 503 नए केस सामने आए जिसमें 11009 लोगों की मौत हुयी, दोनों ही सामान्य स्तर से बहुत ज़्यादा हैं। सवाल यह उठता है कि इस देश में अचानक इतने केस कैसे बढ़ रहे और इस संकट का व्यापक असर क्या होगाॽ

ब्राज़ील में कोरोना वायरस पैन्डेमिक की दूसरी लहर का अब तक का असर बहुत बुरा रहा है। इस देश में हर दिन 70000 से ज़्यादा नए केस आ रहे और क़रीब 2000 मौतें हर दिन हो रही हैं।

जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के मुताबिक़, 10 मार्च को ब्राज़ील में एक दिन में 2286 मौतें हुयीं और 80 हज़ार के क़रीब कोविड-19 के नए केस सामने आए।

ब्राज़ील में इस वक़्त कोविड-19 संकट कितना गंभीर हैॽ

 

ब्राज़ील में पिछले महीने 15 लाख 97 हज़ार 789 नए केस सामने आए और 36 हज़ार 836 मौतें हुयीं। इस देश में अब तक कोविड-19 के रजिस्टर्ड केस की तादाद 1 करोड़ 12 लाख हो चुकी हैं। इसी तरह इस देश में अब तक 2 लाख 70 हज़ार मौतें इस पैन्डेमिक से हुयी हैं। अमरीका और भारत के बाद कोविड-19 के सबसे ज़्यादा केस ब्राज़ील में हैं। इस तरह ब्राज़ील तीसरे नंबर पर है।

 

कोविड-19 के बढ़ते केस और मौत के पीछे क्या कारण हैॽ

 

वैज्ञानिकों का मानना है कि ब्राज़ील में कोविड-19 के बढ़ते केस और मौत के पीछे इसका अधिक संक्रामक वेरिएन्ट पी.1, ज़िम्मेदार है, जो ब्राज़ीली वेरिएन्ट के नाम से भी जाना जाता है। पी.1 वेरिएन्ट उत्तरी राज्य अमेज़ोना के केन्द्र मनाउस से फ़ैला है। यह ज़्यादा संक्रामक है और इसकी चपेट से वे भी सुरक्षित नहीं हैं जो कोविड-19 से पहले भी प्रभावित हो चुके हैं। पी.1 वेरिएन्ट, ब्रिटिश और दक्षिण अफ़्रीक़ी वेरिएन्ट के साथ, विशेष चिंता का विषय है।

 

बहुत से ब्राज़ीली, देश के राष्ट्रपति बोल्सेनारो को मौजूदा हालत के लिए क्यों ज़िम्मेदार मानते हैंॽ

 

ब्राज़ील में कोविड-19 के बढ़ते केस के साथ ही इस देश के राष्ट्रपति जाएर बोल्सेनारो ने हाल ही में एक प्रोग्राम में उस वक़्त विवाद को जन्म दिया जब उन्होंने ब्राज़ील वासियों से कहा कि कोविड के बारे में “शिकायत बंद करो, कब तक इस बारे में रोते रहोगेॽ कब तक घर में रहोगेॽ कब तक हर चीज़ को बंद रखोगेॽ लोग अब और इसे बर्दाश्त नहीं कर सकते।”

बोल्सेनारो पर जो सोशल डिस्टेन्सिंग और मास्क लगाने के पहले ही ख़िलाफ़ थे, कोविड-19 संकट के ख़तरों को बारंबार नज़रअंदाज़ करने का बड़े पैमाने पर इल्ज़ाम लगा है।

 

ब्राज़ील में कोविड-19 की बुरी स्थिति में छिपे पहलु क्या हैंॽ

 

महामारी के वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि अगर संकट के क़ाबू नहीं किया गया तो जल्द ही यह देश वायरस के लिए खुली हवा वाला लैब बन जाएगा। वे कह चुके हैं कि ऐसे संप्रदायों में कोविड-19 का फैलाव, जिन्हें सज़ा का डर नहीं है, ब्राज़ील में इस वायरस के बहुत ही ख़तरनाक स्ट्रेन को जन्म देगा।

ब्राज़ील में महामारी के एक्सपर्ट जेसेम ओरेलाना ने कहा है कि ब्राज़ील अब पूरी इंसानियत के लिए ख़तरा बन गया है।

ओरेलाना ने एएफ़पी से इंटरव्यू में कहाः “कोविड-19 के ख़िलाफ़ जंग 2020 में ही हार गए थे। 2021 के पहले अर्ध में इस दुखद हालात को पलटाने का ज़रा भी मौक़ा नहीं है। बड़े पैमाने पर टीकाकरण या पैन्डेमिक को क़ाबू करने के अंदाज़ में बहुत बड़े बदलाव से किसी चमत्कार की उम्मीद की जा सकती है। आज ब्राज़ील इंसानियत के लिए ख़तरा और खुली हवा वाली लैब बन गया है।”

वैज्ञानिकों को डर है कि अगर हालात पर क़ाबू नहीं पाया गया तो ब्राज़ील इस वायरस के अनेक म्यूटेंट के पनपने का मैदान बन जाएगा जहां से दूसरे देशों में तेज़ी से फैलेगा।

न्यू इंग्लैंड जरनल ऑफ़ मेडिसिन का कहना है कि फ़ायज़र बायोएन्टेक का टीका, पी.1 स्ट्रेन के ख़िलाफ़ बहुत प्रभावी है। ब्राज़ील ने फ़ायज़र के टीके के बड़े पैमाने पर इस्तेमाल को हरी झंडी दी है। अब चुनौती है, बड़े पैमाने पर टीका लगाने के लिए काफ़ी मात्रा में टीके की डोज़ मुहैया करने की, ताकि इस पैन्डेमिक को लगाम लग सके। (साभारः इंडियन एक्सप्रेस)

(MAQ/N)

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