Jun २१, २०२१ १८:२९ Asia/Kolkata

क़ुरआन ईश्वरीय चमत्कार-818

أَوَلَمْ يَرَوْا أَنَّا خَلَقْنَا لَهُمْ مِمَّا عَمِلَتْ أَيْدِينَا أَنْعَامًا فَهُمْ لَهَا مَالِكُونَ (71) وَذَلَّلْنَاهَا لَهُمْ فَمِنْهَا رَكُوبُهُمْ وَمِنْهَا يَأْكُلُونَ (72) وَلَهُمْ فِيهَا مَنَافِعُ وَمَشَارِبُ أَفَلَا يَشْكُرُونَ (73)

क्या ये लोग देखते नहीं कि हमने इनके लिए अपने (सशक्त) हाथों की बनाई हुई चीज़ों में से चौपाए पैदा किए और अब ये उनके मालिक हैं? (36:71) और हमने उन्हें इस तरह इनके वश में कर दिया है कि उनमें से कुछ तो इनकी सवारियाँ हैं और उनमें से कुछ का ये मांस खाते हैं। (36:72) और उनके अंदर इनके लिए कितने ही लाभ और पेय हैं। तो क्या ये फिर भी कृतज्ञ नहीं रहते? (36:73)

وَاتَّخَذُوا مِنْ دُونِ اللَّهِ آَلِهَةً لَعَلَّهُمْ يُنْصَرُونَ (74) لَا يَسْتَطِيعُونَ نَصْرَهُمْ وَهُمْ لَهُمْ جُنْدٌ مُحْضَرُونَ (75) فَلَا يَحْزُنْكَ قَوْلُهُمْ إِنَّا نَعْلَمُ مَا يُسِرُّونَ وَمَا يُعْلِنُونَ (76)

और (यह सब होते हुए भी) इन्होंने ईश्वर के सिवा दूसरे पूज्य बना लिए हैं कि शायद इनकी मदद की जाएगी। (36:74) (जबकि) वे (प्रलय में) इनकी कोई मदद नहीं कर सकते बल्कि ये लोग उलटे उपस्थित सैनिक बने हुए हैं। (36:75) तो (हे पैग़म्बर!) इन (अनेकेश्वरवादियों) की बातें आपको दुखी न करें। हम इनकी छिपी और खुली सभी बातों को जानते हैं। (36:76)

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