Sep ०४, २०१९ १३:२९ Asia/Kolkata

क़ुरआन ईश्वरीय चमत्कार-758

 

الَّذِي أَحْسَنَ كُلَّ شَيْءٍ خَلَقَهُ وَبَدَأَ خَلْقَ الْإِنْسَانِ مِنْ طِينٍ (7) ثُمَّ جَعَلَ نَسْلَهُ مِنْ سُلَالَةٍ مِنْ مَاءٍ مَهِينٍ (8)

वही है जिसने हर चीज़ की उत्तम रचना की और मनुष्य की रचना का आरंभ गीली मिट्टी से किया। (32:7) फिर उसके वंश को एक तुच्छ पानी के सत में क़रार दिया। (32:8)

 

 

ثُمَّ سَوَّاهُ وَنَفَخَ فِيهِ مِنْ رُوحِهِ وَجَعَلَ لَكُمُ السَّمْعَ وَالْأَبْصَارَ وَالْأَفْئِدَةَ قَلِيلًا مَا تَشْكُرُونَ (9)

 

फिर उसने उस (के अंगों) को ठीक-ठीक व संतुलित किया और उसमें अपनी आत्मा फूँकी। और तुम्हें कान, आँखें और दिल प्रदान किए (लेकिन) तुममें थोड़े ही लोग कृतज्ञता जताते हो। (32:9)

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