क़ुरआन ईश्वरीय चमत्कार-803
क़ुरआन ईश्वरीय चमत्कार-803
وَالَّذِينَ كَفَرُوا لَهُمْ نَارُ جَهَنَّمَ لَا يُقْضَى عَلَيْهِمْ فَيَمُوتُوا وَلَا يُخَفَّفُ عَنْهُمْ مِنْ عَذَابِهَا كَذَلِكَ نَجْزِي كُلَّ كَفُورٍ (36) وَهُمْ يَصْطَرِخُونَ فِيهَا رَبَّنَا أَخْرِجْنَا نَعْمَلْ صَالِحًا غَيْرَ الَّذِي كُنَّا نَعْمَلُ أَوَلَمْ نُعَمِّرْكُمْ مَا يَتَذَكَّرُ فِيهِ مَنْ تَذَكَّرَ وَجَاءَكُمُ النَّذِيرُ فَذُوقُوا فَمَا لِلظَّالِمِينَ مِنْ نَصِيرٍ (37) إِنَّ اللَّهَ عَالِمُ غَيْبِ السَّمَاوَاتِ وَالْأَرْضِ إِنَّهُ عَلِيمٌ بِذَاتِ الصُّدُورِ (38)
और जिन लोगों ने कुफ़्र अपनाया, उनके लिए नरक की आग है। न तो उनका काम तमाम कर दिया जाएगा कि मर जाएँ और न ही उनके लिए नरक के दंड में कुछ कमी की जाएगी। हम कुफ़्र अपनाने वाले प्रत्येक व्यक्ति को ऐसा ही बदला देते हैं। (35:36) वे वहाँ चिल्ला-चिल्ला कर कहेंगे कि हे हमारे पालनहार! हमें यहां से निकाल ले ताकि हम अच्छे कर्म करें, उन कर्मों से भिन्न जो हम पहले करते रहे हैं। (उन्हें जवाब दिया जाएगा) क्या हमने तुम्हें इतनी आयु नहीं दी थी कि जिसमें कोई पाठ सीखना चाहता तो सीख लेता? और तुम्हारे पास सचेतकर्ता भी आया था, तो अब मज़ा चखो! यहां अत्याचारियों का कोई सहायक नहीं है। (35:37) निःसंदेह ईश्वर आकाशों और धरती की हर छिपी बात को जानता है। और बेशक वह तो सीनों में छिपे हुए राज़ों तक को जानता है। (35:38)