• ईरान की सांस्कृतिक धरोहर-41

    ईरान की सांस्कृतिक धरोहर-41

    Jul १७, २०१६ १४:४०

    वस्त्रों की बुनाई एक प्राचीन कला होने के अलावा एक ऐसा ज्ञान है, जिसके लिए सूत, धागा, रंग, कपड़ा, वेशभूषा के अलावा कपड़े के अन्य इस्तेमाल और उसकी गुणवत्ता को पहचानने की जानकारी ज़रूरी है।

  • ईरान की सांस्कृतिक धरोहर-37

    ईरान की सांस्कृतिक धरोहर-37

    May १८, २०१६ १६:२९

    कालीन ऐसी वस्तु है जिसका चलन शताब्दियों से होता आ रहा है।

  • ईरान की सांस्कृतिक धरोहर-35

    ईरान की सांस्कृतिक धरोहर-35

    Apr २७, २०१६ १६:१४

    जिन चीज़ों में रंग या PIGMENT पाया जाता है उन्हें रंगजनक पदार्थ कहा जाता है और जो रंग उसमें मौजूद होते हैं उनका प्रयोग विभिन्न धागों के रंगने में होता है।

  • ईरान की सांस्कृतिक धरोहर-36

    ईरान की सांस्कृतिक धरोहर-36

    Apr २७, २०१६ १६:१९

    क़ालीन की बुनाई में प्रयोग होने वाले पदार्थ की दृष्टि से क़ालीन कई प्रकार के होते हैं।

  • ईरान की सांस्कृतिक धरोहर-34

    ईरान की सांस्कृतिक धरोहर-34

    Apr १९, २०१६ १४:१०

    ईरान के क़ालीन के बारे में हज़ारों किताबें और लेख लिखे गए हैं और बहुत से कला विशेषज्ञ ईरान के बेहतरीन ढंग से बुने गए अच्छे डिज़ाइनों वाले क़ालीनों को उद्योग व कला का शाहकार और ईरान में हस्तकला का बेजोड़ नमूना मानते हैं।

  • ईरान की सांस्कृतिक धरोहर-33

    ईरान की सांस्कृतिक धरोहर-33

    Apr १९, २०१६ ०१:००

    ईरानी क़ालीनों की डिज़ाइन में बुनियादी प्रेरणा, प्रकृति और उसके सौन्दर्य से मिलती है हालांकि बहुत से डिज़ाइन, कलाकार की अपनी उपज भी होते हैं और कुछ कलाकार प्रकृति अपनी सोच और बहुत कुछ मिलाकर भी कालीन का डिज़ाइन तैयार करते हैं।

  • ईरान में क़ालीन संग्रहालय

    ईरान में क़ालीन संग्रहालय

    Apr १६, २०१६ १५:१७

    ईरानी क़ालीन, ईरानी क़ौम की मूल्यवान धरोहर एवं कला हैं।

  • ईरान की सांस्कृतिक धरोहर-30

    ईरान की सांस्कृतिक धरोहर-30

    Mar २९, २०१६ १८:४२

    दुनिया में ईरानी क़ालीन की ज़्यादातर डीज़ाइनें, ईरान में जिस जगह बुनी गयी हैं, उसी स्थान के नाम से मशहूर हैं।

  • ईरान की सांस्कृतिक धरोहर-29

    ईरान की सांस्कृतिक धरोहर-29

    Mar १५, २०१६ १९:३५

    ईरान में क़ालीन बुनने की कला का इतिहास बहुत पुराना है और ईरान के अधिकांश नगरों व गांवों में विभिन्न प्रकार के क़ालीन बुने जाते हैं जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं गिलीम, दरी, गब्बे, PELLA, गलीचा और जाजिम।