Jan ०८, २०१९ १३:३६
परिवार वह जीवित अस्तित्व है जो यदि बाहरी ख़तरों और प्रतिरोधों का शिकार न हो और विदेशी तत्व, इसके मूल्य और इसकी उपियोगिता को पराजित करने के प्रयास में न हों तो यह बेहतरीन तरीक़े से स्वयं का पुनर्निमाण कर लेता है और अनुचित्ताओं से मुक़ाबले के लिए वर्तमान हालात से टकराने के लिए अपने भीतर क्षमता पैदा कर लेता है और इस प्रकार वह अपने सदस्यों का समर्थन, उसका नियंत्रण और उसके मार्गदर्शन की ज़िम्मेदारी अपने कांधों पर ले लेता है।