हालिया वर्षों में, मोसाद के सहयोग से ज़ायोनी फ़िल्म निर्माण की मात्रा बहुत बढ़ गई है और इन कार्यों के दौरान "तेहरान" नाम बहुत बार दोहराया जाता है।
इन जासूसों ने कई चरणों में मोसाद के एजेन्टों से पैसा वुसूल किया था।
तुर्किए की ख़ुफ़िया और सुरक्षा एजेन्सी "एमआईटी" ने ज़ायोनी ख़ुफ़िया सेवा के जासूसों के एक अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क की गिरफ्तारी की सूचना दी है।
उत्तरी इटली की एक नदी में इस्राईल की ख़ुफ़िया एजेन्सी मोसाद के एक अधकारी की संदिग्ध रूप से डूबकर मौत के तीन दिन बाद आख़िरकार इस्राईल अधिकारियों ने इस बारे में अपनी चुप्पी तोड़ी और इस ख़ूख़ार एजेन्ट की पहचान ज़ाहिर की।
तुर्की के सुरक्षाबलों ने ज़ायोनी शासन की गुप्तचर एजेन्सी के लिए जासूसी करने के आरोप में 44 लोगों को गिरफ़्तार किया है।
ईरान के बारे में बयान देने पर इस्राईल की खूंख़ार ख़ुफ़िया एजेन्सी मोसाद के प्रमुख को फटकार मिली है।
मोसाद के पूर्व प्रमुख "तामीर यारदू" का कहना है कि सन 1967 से अब तक इस्राईल के पास कोई स्पष्ट स्ट्रैटेजी नहीं है। उन्होंने कहा कि ज़ायोनी शासन के लिए इस्राईल खुद सबसे बड़ा ख़तरा है।
अमरीका ने स्वीकार किया है कि अरबील में मोसाद के अड्डे को ही निशाना बनया गया।
इस्राईली ख़ुफ़िया एजेंसी मोसाद के तीन बड़े अधिकारियों ने अचानक अपने इस्तीफ़े का एलान कर दिया। इस्तीफ़ो का एलान तब किया गया है जब नए प्रमुख ने जासूस एजेंसी के बीच ढांचागत बदलाव शुरू कर दिया।
कुछ मीडिया सूत्रों ने इस्राईली विदेशमंत्री की यूएई की यात्रा के दौरान उत्तरी इराक़ में मोसाद के एक अड्डे पर राकेट हमले की ख़बर दी है।