Mar ०८, २०२३ ११:५२ Asia/Kolkata
  • उत्तर प्रदेश का युवा और भी हुआ बेरोज़गार, श्रम बल भागीदारी दर में पिछले 3 वर्षों में बड़ी गिरावट

सेंटर फ़ॉर मॉनिटरिंग द इंडियन इकोनॉमी द्वारा जारी किए गए आंकड़ों से उत्तर प्रदेश में रोज़गार की स्थिति के बारे में एक चिंताजनक विवरण सामने आया है। राज्य में युवा श्रम भागीदारी दर कोविड-19 महामारी शुरू होने के बाद से लगातार गिर रही है।

उत्तर प्रदेश में बेरोजगारी दर 4.2 फीसदी है, जो पूरे भारत के औसत 7.1 फीसदी से काफी कम है।

श्रम बल भागीदारी दर कामकाजी उम्र की आबादी में उन लोगों की संख्या को मापती है, जो सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं या काम की तलाश कर रहे हैं। घटती हुई श्रम बल भागीदारी दर बताती है कि लोग पूरी तरह से कार्यबल से बाहर हो रहे हैं क्योंकि उन्हें अपने लिए रोज़गार के कोई अवसर दिखाई नहीं दे रहे हैं।

सीएमआईई के आंकड़ों के अनुसार, महामारी से पहले यूपी में युवाओं के लिए श्रम बल भागीदारी दर 41.2 फ़ीसदी थी। कोविड-19 महामारी के कारण मई-अगस्त 2020 में यह गिरकर 31.3 फीसदी पर आ गई।

इसके बाद इसका गिरना जारी रहा। मई-अगस्त 2021 में यह 27 फीसदी, मई-अगस्त 2022 में 22.5 फीसदी और सितंबर-दिसंबर 2022 में 22.4 फीसदी रही। इसलिए नवीनतम आंकड़े बताते हैं कि महामारी संबंधी प्रतिबंध कुछ समय पहले हटाए जाने के बावजूद गिरावट अभी भी जारी है।

आंकड़े बताते हैं कि यूपी में श्रम बल भागीदारी दर और रोजगार दर दोनों में महिलाओं की तुलना में युवा पुरुषों के लिए नाटकीय रूप से गिरावट आई है।

सितम्बर-दिसम्बर 2019 में 20 से 24 वर्ष की आयु के पुरुषों के लिए रोजगार दर 47 प्रतिशत थी, लेकिन सितम्बर-दिसम्बर 2022 तक यह गिरकर 27.8 फ़ीसदी हो गई थी।

उधर 20 से 24 आयु वर्ग की महिलाओं के लिए रोजगार दर सितम्बर-दिसम्बर 2019 में बहुत कम 1.6 फीसदी से शुरू हुई और सितम्बर-दिसम्बर 2022 तक गिरकर 1 प्रतिशत हो गई।

पुरुषों में शहरी की तुलना में ग्रामीण क्षेत्रों में रोज़गार दर में गिरावट अधिक थी।

ज्ञात रहे कि हाल ही में राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अगले तीन-चार वर्षों में राज्य के युवाओं के लिए दो करोड़ से अधिक नौकरियों का वादा किया था।

आदित्यनाथ के दावे पर पलटवार करते हुए समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि चलिए ये मान भी लिया जाए कि मुख्यमंत्री जी अगले 4 साल में उत्तर प्रदेश के बेरोजगारों को 2 करोड़ रोजगार देंगे तो इसका मतलब होगा प्रतिदिन लगभग 13,700 या प्रति माह 4.17 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा. भाजपा सरकार से आग्रह है कि इस झूठ को हर दिन या हर माह सच्चे आंकड़े प्रकाशित करके साबित करे।

चलिए ये मान भी लिया जाए कि मुख्यमंत्री जी अगले 4 साल में उत्तर प्रदेश के बेरोज़गारों को 2 करोड़ रोज़गार देंगे तो इसका मतलब होगा प्रतिदिन लगभग 13,700 या प्रति माह 4.17 लाख लोगों को रोज़गार मिलेगा। भाजपा सरकार से आग्रह है कि इस झूठ को हर दिन या हर माह सच्चे आंकड़े प्रकाशित करके साबित करे। (AK)

 

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