May ०२, २०२२ १३:२६ Asia/Kolkata

ईदुल फ़ित्र के मौक़े पर मस्जिदुल अक़्सा में नमाज़ अदा करने से फ़िलिस्तीनियों को रोकने के लिए अवैध ज़ायोनी शासन की ओर से हर संभव प्रयास किए गए, लेकिन इन सबके बावजूद दो लाख से अधिक फ़िलिस्तीनी मस्जिदुल अक़्सा में ईद की नमाज़ अदा करने पहुंचे।

प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक़, रविवार को 17 इस्लामी देशों, जिसमें सऊदी अरब, क़तर, बहरैन, कुवैत, संयुक्त अरब इमारात, फ़िलिस्तीन, यमन, मिस्र, लेबनान, लीबिया, ट्यूनीशिया, सूडान, तुर्की, अल्जीरिया, सीरिया और मॉरिटानिया में ईद का चांद दिखाई दिया, जिसके बाद आज यानी सोमवार को इन देशों में ईद मनाई जा रही है। जबकि ईरान, इराक़, भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश सहित कई देशों में ईदुल फ़ित्र कल यानी मंगलवार को मनाई जाएगी। इस बीच फ़िलिस्तीनी में ईद की नमाज़ अदा करने के लिए मस्जिदुल अक़्सा में एकत्रित होने लगे, जबकि आतंकी इस्राईली सैनिकों ने मस्जिदुल अक़्सा में ईद की नमाज़ अदा करने जा रहे फ़िलिस्तीनियों के रास्तों को ब्लॉक कर दिया, साथ ही सुरक्षा के नाम पर ऐसी तमाम कोशिशें की कि जिससे फ़िलिस्तीनी जनता ईद की नमाज़ अदा करने मस्जिदुल अक़्सा न जा सके, लेकिन इन सबके बावजूद 2 लाख से अधिक फ़िलिस्तीनियों ने मस्जिदुल अक़्सा पहुंचकर ईदुल फ़ित्र की नमाज़ को अदा किया।

ईद के मौक़े पर फ़िलिस्तीन में मौजूद मुसलमानों के पहले क़िब्ले मस्जिदुल अक़्सा में नमाज़ अदा करते फ़िलिस्तीनी

प्राप्त जानकारी के अनुसार, सुबह जब मस्जिदुल अक़्सा में फ़िलिस्तीनी नमाज़ियों की संख्या कम थी तब आतंकी इस्राईली सैनिकों ने उन्हें मस्जिद में प्रवेश से रोका, लेकिन जैसे-जैसे फ़िलिस्तीनी जनता मस्जिदुल अक़्सा की ओर बढ़ती गई वैसे-वैसे आतंकी इस्राईली सैनिक पीछे हटते गए। देखते-देखते दो लाख से अधिक फ़िलिस्तीनी मस्जिदुल अक़्सा पहुंच गए जिसके बाद इस्राईली सैनिकों ने पीछे हटना ही सही समझा, क्योंकि अगर आतंकी ज़ायोनी सैनिकों और नमाज़ियों के बीच झड़प होती तो उसपर कंट्रोल कर पाना असंभव हो जाता। उल्लेखनीय है कि अवैध ज़ायोनी शासन मस्जिदुल अक़्सा पर इस तरह के हमले करवा कर मुसलमानों के पहले क़िब्ले के वजूद को ख़त्म करने का प्रयास कर रहा है साथ ही वह बैतुल मुक़द्दस की इस्लामी पहचान को पूरी तरह समाप्त करने की साज़िशे रच रहा है। यही कारण है कि आए दिन अवैध कॉलोनी वासी कट्टरपंथी यहूदी आतंकी इस्राईली सैनिकों की मदद से मस्जिदुल अक़्सा पर हमला करते रहते हैं। बता दें कि पिछले महीने आतंकी ज़ायोनी सैनिकों ने मस्जिदुल अक़्सा से 775 लोगों को गिरफ़्तार किया था। वहीं ज़ायोनी शासन ने बैतुल मुक़द्दस के 517 मूल निवासियों के ख़िलाफ़ निर्वासन का आदेश भी जारी किया है। (RZ)         

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