Jun ३०, २०२४ १९:२८ Asia/Kolkata
  • इससे पहले कि देर हो जाए, हमें फ़िलिस्तीनी इलाक़ों से निकल जाना चाहिए, इस्राईली अख़बार की चेतावनी

इस्राईल के एक अख़बार ने ग़ज़ा में हाथ लगने वाली अपमानजनक हार को देखते हुए ज़ायोनियों को चेतावनी दी है कि देर होने से पहले, फ़िलिस्तीन के इलाक़ों से बाहर निकल जाएं।

इस्राईली अख़बार हारेट्ज़ की रिपोर्ट के मुताबिक़, पिछले कुछ महीनों से हर तरफ़ फ़िलिस्तीन के क़ब्ज़े वाले इलाक़ों से बाहर निकलने सरगोशियां जारी हैं। इन इलाक़ों में रहने वालों को लग रहा है कि उनके घर-बार आग में भस्म हो रहे हैं और इससे पहले की छत उनके सिरों पर गिरे, वहां से खिसक लें।

उनका मानना है कि इससे पहले कि देर हो जाए हमें अपने बच्चों को बचा लेना चाहिए और क़ब्ज़ा किए गए इलाक़ों से निकल जाना चाहिए।

हारेट्ज़ ने उल्लेख किया है कि क़ब्ज़े वाले इलाक़ों में रहने वाले ज़ायोनियों को अपना अस्तित्व ख़तरे में लग रहा है, इसीलिए इस ख़तरे को टालने के लिए उन्होंने पिछले 9 महीनों के दौरान, ग़ज़ा में हज़ारों बेगुनाह फ़िलिस्तीनियों को मौत के घाट उतार दिया।

इस्राईली अख़बार का कहना है कि इस्राईली सेना पागलों की तरह हमले कर रही है। उसका यह क़दम कन्फ्यूशियस के इस कथन की तरह है कि बदले की कार्यवाही से पहले दो क़ब्रें खोद लो।

हारेट्ज़ ने आगे लिखाः इस्राईली सेना के हमलों ने न सिर्फ़ ग़ज़ा में इस्राईली बंधकों के जीवन को ख़तरे में डाला है, बल्कि इस्राईल के वजूद को ही ख़तरे में डाल दिया है और उसकी सुरक्षा को कमज़ोर कर दिया है, जिसके परिणामस्वरूप वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दिन प्रतिदिन अलग—ग पड़ता जा रहा है।

इसके अलावा, इस्राईली हमलों में लाखों फ़िलिस्तीनी अनाथ हो गए है, जो इस्राईल से बदला लेना चाहते हैं। लेकिन जिस जीत की तमन्ना इस्राईस को है, वह कभी हासिल नहीं हो सकती। इस इलाक़े के नक़्शे पर एक सरसरी नज़र डालने से यह बात साफ़ हो जाती है कि तेल-अवीव के अधिकारियों को एक भयानक और दर्दनाक हार के अलावा कुछ हाथ लगने वाला नहीं है। msm

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