Oct ३०, २०१६ ११:४३ Asia/Kolkata
  • 29 अक्तूबर 2016 को लेबनान के हर्मल क़स्बे में टेलीविजन पर भाषण देते हिज़्बुल्लाह के महासचिव सय्यद हसन नसरुल्लाह
    29 अक्तूबर 2016 को लेबनान के हर्मल क़स्बे में टेलीविजन पर भाषण देते हिज़्बुल्लाह के महासचिव सय्यद हसन नसरुल्लाह

लेबनान के प्रतिरोध आंदोलन हिज़्बुल्लाह के महासचिव ने यह कहते हुए कि इस आंदोलन ने मध्यपूर्व में जारी टकराव के प्रभाव से लेबनान की रक्षा की है, बल दिया कि इस स्थिरता की रक्षा होनी चाहिए।

उन्होंने पूर्वी क़स्बे हर्मल में टेलीविजन पर भाषण में कहा कि लेबनान के भीतर सुरक्षा बढ़ायी जाये ताकि जनता सामान्य जीवन बिताए। इसी प्रकार उन्होंने कहा कि रोज़गार के अवसर मुहैया होने चाहिए और अर्थव्यवस्था को फलने फूलने का अवसर दिया जाए।

उन्होंने आतंकवादी गुट की बेक़ा घाटी में हालिया गतिविधियों को चिंता का विषय बताते हुए कहा कि वहां पर सुरक्षा स्थापित करने के लिए लेबनान सरकार और राष्ट्र को कंधे से कंधा मिलाकर अपनी ज़िम्मेदारी निभानी चाहिए।

सय्यद हसन नसरुल्लाह ने अपने भाषण में कहा, “कुछ गतिविधियों का संबंध आर्थिक हालात और जीवन स्तर से है, लेकिन अपराध के पीछे मुख्य कारण ग़रीबी नहीं बल्कि लालच है।”

उन्होंने लेबनान सरकार से बेक़ा घाटी के संबंध में उसकी ज़िम्मेदारी निभाने और अपराधियों तथा भड़काउ गतिविधियां करने वालों को गिरफ़्तार करने की मांग की।

ज्ञात रहे बेक़ा घाटी में महिनों से हिज़्बुल्लाह के जियालों और तकफ़ीरी आतंकियों के बीच झड़प जारी है। जुलाई में हसन नसरुल्लाह ने वचन दिया था कि हिज़्बुल्लाह आंदोलन के सदस्य इस अशांत क्षेत्र में सुरक्षा को सुनिश्चित बनाएंगे।

23 अक्तूबर 2016 को हसन नसरुल्लाह(दाएं से तीसरे) राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार मीशल औन से बैरूत में बातचीत करते हुए

 

हसन नसरुल्लाह ने लेबनान के राजनैतिक हालात की ओर इशारा करते हुए शनिवार को बल दिया कि अमल आंदोलन के साथ वे संपर्क में हैं और बड़े राजनैतिक मुद्दों पर दोनों पक्षों के बीच सहमति बन गयी है। (MAQ/N)

 

 

 

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