कोरोना से चरमराई ब्राजील की चिकित्सा प्रणाली
कोरोना वायरस या कोविड-19 के संक्रमण के कारण ब्राज़ील जैसे देश की चिकित्सा प्रणाली पूरी तरह से चरमरा गई है।
ब्राज़ील में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या में बहुत तेज़ी से वृद्धि के कारण वहां पर चिकित्सा उपकरणों और मेडिकल स्टाफ की भारी कमी पैदा हो गई है। ब्राज़ील में यह कमी इतने बड़े पैमाने पर हुई है कि वहां की चिकित्सा प्रणाली अब इसका जवाब देने में अक्षम दिखाई दे रही है।
ब्राज़ील में जहां पर चिकित्सा उपकरणों और मेडिकल स्टाफ की कमी है वहीं पर इस देश में बहुत से क़ब्रिस्तानों में काम करने वाले अब क़ब्र में किसी एक को दफ़्न करने के स्थान पर लोगों को सामूहिक रूप में दफ़ना रहे हैं।
गार्डियन समाचारपत्र के अनुसार ब्राज़ील के अधिकारियों ने बताया है कि Manaus नगर के क़ब्रिस्तानों में अब सामूहिक क़ब्रें बनाई जा रही हैं। क़ब्र खोदने वालों का कहना है कि यह काम करने के लिए अब वे मजबूर हो चुके हैं। उनका कहना है कि हमें प्नतिदिन 100 से अधिक लोगों को दफ़्न करना पड़ रहा है। इसी बीच ब्राज़ील के एक नगर साओपाऊलो के महापौर ने बताया है कि नगर में 13000 क़ब्रे तैयार की जा रही हैं। ब्राज़ील में अबतक कोरोना के संक्रमितों की संख्या 53 हज़ार हो चुकी है। वहां पर 3600 से अधिक लोग कोरोना के कारण मारे जा चुके हैं।
विशेष बात यह है कि ब्राज़ील में कोरोना की इस स्थिति के बावजूद इस देश के राष्ट्रपति बोलसेनेरो ने आपसी मतभेद के कारण ब्राज़ील के स्वास्थ्यमंत्री को उनके पद से हटा दिया है। दोनों के बीच कोरोना को निबटने को लेकर मतभेद पाए जाते हैं। ब्राज़ील के राष्ट्रपति का मानना है कि कोरोना को नियंत्रित करने के लिए लाॅकडाउन ज़रूरी नहीं है क्योंकि इससे अर्थव्यवस्था को नुक़सान पहुंचना है जबकि ब्राज़ील के स्वास्थ्यमंत्री इस देश में कोरोना को नियंत्रित करने के लिए लाॅकडाउन के पक्ष में थे।