Feb २५, २०२२ २१:२९ Asia/Kolkata
  • यूक्रेन संकट में 50 लाख लोग हो सकते हैं विस्थापितः राष्ट्रसंघ

यूएनएचसीआर ने बताया है कि यूक्रेन संकट में 50 लाख लोगों के विस्थापित होने की संभावना पाई जाती है।

संयुक्त राष्ट्रसंघ की शरणार्थी मामलों की संस्था ने आशा जताई है कि यूक्रेन संकट से लाखों लोग पलायन पर विश्व हुए हैं जिनकी संख्या में निश्चित रूप में वृद्धि होगी।

यूक्रेन पर रूस के हमले से पहले यूक्रेन की सेना ने पूर्वी यूक्रेन में सरकार विरोधी प्रथकतावादियों के ठिकानों पर कई हमले किये थे।  इन हमलों के कारण दोनबास क्षेत्र के बहुत से लोगों को पलायन के लिए विवश होना पड़ा था।

रूस की ओर से यह पहले ही यह कहा जा चुका था कि लोहान्स्क और दोन्तेस्क पर यूक्रेन की सेना के हमलों के कारण वहां पर बहुत बड़े पैमाने पर जनसंहार हो सकता है।  रूस ने अब इन दोनो क्षेत्रों को आधिकारिक रूप में मान्यता दे दी है।

यूएनएचसीआर की प्रवक्ता ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा है कि यूक्रेन पर पहले से ही एक लाख से अधिक लोग शरणार्थी हो चुके हैं।  उनका कहना था कि नए हमले की स्थिति में शरणार्थियों की संख्या में तेज़ी से वृद्धि होने की आशंका पाई जाती है।  उन्होंने यह भी बताया कि यूक्रेन के हज़रों लोगों ने रोमानिया, पोलैण्ड और मालदोवा जैसे पड़ोसी देशों में शरण ले रखी है।

इसी बीच रूसी विदेशमंत्री सरगेई लावरोफ़ ने कहा है कि अगर यूक्रेन की सेना हथियार डाल देती है तो रूस, वार्तालाप के लिए तैयार है।

दूसरी ओर यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद अमरीका के राष्ट्रपति ने कहा है कि रूसी बैंकों, कुलीन वर्गों और उच्च प्रोद्योगिकी वाले को निशाना बनाकर माॅस्को के विरुद्ध प्रतिबंध लगाए गए हैं।  जो बाइडेन ने बताया कि अमरीका के सहयोगी रूस के चार बड़े बैंकों की संपत्तियों को ब्लाक करेंगे, रूसी निर्यात पर नियंत्रण लागू करेंगे और वहां के कुलीन वर्गों पर प्रतिबंध लगाएंगे।

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