अमेरिका की हरकतों की वजह से दुनिया पर छाया परमाणु युद्ध का ख़तरा
पार्सटुडे- मध्यम दूरी की परमाणु मिसाइलों के उत्पादन और तैनाती के संबंध में अमेरिका की कार्रवाईयों की आलोचना करते हुए रूस के राष्ट्रपति ने इस बात पर ज़ोर दिया कि रूस को वाशिंगटन की कार्रवाईयों के जवाब में मध्यम दूरी और कम दूरी की परमाणु मिसाइलों का उत्पादन शुरू कर देना चाहिए।
रूसी राष्ट्रपति विलादीमीर पुतीन ने शुक्रवार को देश की सुरक्षा परिषद के सदस्यों के साथ एक बैठक के दौरान कहा कि अमेरिका कई साल पहले एक झूठे बहाने, इंटरमीडिएट-रेंज न्यूक्लियर फोर्सेज़ (आईएनएफ) संधि से हट गया था।
उन्होंने कहा कि वाशिंगटन वर्तमान में इन मिसाइलों का उत्पादन और तैनाती यूरोपीय महाद्वीप में कर रहा है।
पार्सटुडे के मुताबिक, रूसी राष्ट्रपति ने इस बात पर जोर दिया कि मध्यम दूरी की परमाणु मिसाइल प्रणालियों का उत्पादन शुरू करना, रूस के लिए ज़रूरी हो गया है।
जून 1987 में अमेरिका और रूस ने वाशिंगटन में "मध्यम दूरी की परमाणु मिसाइलों के निषेध" (आईएनएफ़) संधि पर हस्ताक्षर किए। यह समझौता जून 1988 में लागू हुआ था।
इस संधि की वजह से वाशिंगटन और मॉस्को को यूरोप में बैलिस्टिक और क्रूज़ मिसाइलें तैनात करने से रोक दिया गया था।
इस संधि का मक़सद, 500 से 100 और 1000 से 5500 किमी की रेंज वाली परमाणु क्रूज मिसाइलों और उनके प्रक्षेपण प्लेटफार्मों और लांचर्स को ख़त्म करना था।
इस बीच, पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प ने मार्च 2017 में एलान किया था कि वाशिंग्टन एकतरफा रूप से इंटरमीडिएट-रेंज न्यूक्लियर फोर्सेज़ (आईएनएफ) संधि से हट जाएगा।
कीवर्ड्ज़: रूस और अमेरिका, मध्यम दूरी की परमाणु मिसाइलें, दुनिया में हथियारों की दौड़, विलादीमीर पुतिन, डोनल्ड ट्रम्प (AK)
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