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अल्लाह के ख़ास बन्दे

Feb २४, २०१८ १३:४९ Asia/Kolkata
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  • अल्लाह के ख़ास बन्दे- 60
    हमने जामेआ के नाम से मशहूरू ज़ियारत के बारे में चर्चा की थी जिसमें यह बताया गया है कि इमामों का कितना महान स्थान है।
  • अल्लाह केख़ास बन्दे- 59
    इमाम अली नक़ी अलैहिस्सलाम का जन्म 15 ज़िलहिज्जा सन 212 हिजरी कमरी में मदीने में हुआ था।
  • अल्लाह के ख़ास बन्दे - 58
    इस्लाम के सभी मार्गदर्शक कि जिनके बारे में पैग़म्बरे इस्लाम बता चुके थे, सैद्धांतिक व तार्किक नीति के ज़रिए अपने उद्देश्य को हासिल करने की कोशिश करते थे।
  • अल्लाह के ख़ास बन्दे- 56
    हमने इमाम रज़ा अलैहिस्सलाम के पावन जीवन के कुछ पहलुओं की समीक्षा और विश्लेषण किया था।
  • अल्लाह के ख़ास बन्दे-55
    जैसाकि आप जानते हैं कि हम पैग़म्बरे इस्लाम (स) के एक पौत्र इमाम रज़ा अलैहिस्सलाम के जीवन पर चर्चा कर रहे थे।
  • अल्लाह के ख़ास बन्दे-54
    हमने कहा था कि इमाम रज़ा अलैहिस्सलाम दिल से न चाहने के बावजूद मदीना से ख़ुरासान आये और नीशापुर में बहुत अधिक लोगों की उपस्थिति में उन्होंने इस्लाम की मौलिक शिक्षाओं को बयान किया।
  • अल्लाह के ख़ास बन्दे-53
    सन 148 हिजरी क़मरी के ज़ीक़ादा महीने की 11 तारीख़ को आठवें इमाम का जन्म, पवित्र नगर मदीना में हुआ था। 
  • अल्लाह के ख़ास बन्दे- 52
    इमाम मूसा काज़िम अलैहिस्सलाम ने अपने जीवन में राजनीतिक और सामाजिक गतिविधियां अंजाम देने के अलावा बहुत से शिष्यों का भी प्रशिक्षण किया।
  • अल्लाह के ख़ास बन्दे- 51
    इमाम जाफ़र सादिक़ अलैहिस्सलाम और इमाम मूसा काज़िम अलैहिस्सलाम के दौर की एक गंभीर चुनौती यह थी कि अब्बासी शासन श्रंख्ला के शासक ख़ुद को पैग़म्बरे इस्लाम के चाचा का संबंधी बताते थे और इसे हथकंडे के रूप में इस्तेमाल करते हुए ख़ुद को ख़िलाफ़त का वारिस कहते थे। हालांकि ख़िलाफ़त का विरासत से कोई संबंध नहीं है क्योंकि ख़िलाफ़त ईश्वरीय आदेश है और 12 इमाम ही ख़िलाफ़त के योग्य हैं।
  • अल्लाह के ख़ास बन्दे- 50
    हमने इस बात का उल्लेख किया था कि इमाम मूसा काज़िम अलैहिस्सलाम ने अब्बासी शासक मंसूर दवानेक़ी के हाथों क्रान्तिकारियों की गिरफ़्तारी, उन्हें क़ैद व क़त्ल करने तथा लूटमार के कारण, अपने पिता इमाम जाफ़र सादिक़ अलैहिस्सलाम के जीवन में ही सांस्कृतिक आंदोलन के संबंध में अहम क़दम उठाया था।
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