हमने इस बात का उल्लेख किया था कि इमाम मूसा काज़िम अलैहिस्सलाम ने अब्बासी शासक मंसूर दवानेक़ी के हाथों क्रान्तिकारियों की गिरफ़्तारी, उन्हें क़ैद व क़त्ल करने तथा लूटमार के कारण, अपने पिता इमाम जाफ़र सादिक़ अलैहिस्सलाम के जीवन में ही सांस्कृतिक आंदोलन के संबंध में अहम क़दम उठाया था।