Sep २०, २०२० १३:४५ Asia/Kolkata
  • हार के बावजूद अमेरिका ईरानी राष्ट्र के ख़िलाफ़ नई साज़िशों में व्यस्तः क़ालिबाफ़

ईरान की संसद मजलिसे शूराए इस्लामी के अध्यक्ष ने अमेरिका द्वारा की जाने वाली शत्रुतापूर्ण कार्यवाहियों के मुक़ाबले के लिए सूझबूझ और होशियारी से क़दम उठाने का आह्वान किया है।

प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक़, इस्लामी गणतंत्र ईरान के संसद सभापति मोहम्मद बाक़िर क़ालीबाफ़ ने रविवार की सुबह संसद के सत्र को संबोधित करते हुए, अमेरिका द्वारा हाल के दिनों में उठाए गए की गई शत्रुतापूर्ण कार्यवाहियों का उल्लेख करते हुए कहा कि ईरानी जनता के प्रतिरोध और मज़बूत इरादों की वजह से आज तक अमेरिका अपने षड्यंत्रकारी लक्ष्यों को प्राप्त करने में कामयाब नहीं हो सका है। उन्होंने कहा कि हमे आगे भी बहुत ही सतर्कता से आगे बढ़ना है और अमेरिका की राजनीतिक एवं क़ानूनी हार पर संतुष्ट नहीं होना चाहिए, क्योंकि दुश्मन प्रतिबंधों को कड़ा करने और कुछ लापरवाही के कारण प्रतिबंधों को फिर से शुरू करने की कोशिश करेगा।

मोहम्मद बाक़िर क़ालीबाफ़ ने 3 नवंबर को होने वाले अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव का उल्लेख करते हुए कहा कि यह ईरान के लिए कोई मायने नहीं रखता है कि कौन संयुक्त राज्य अमेरिका का राष्ट्रपति बनता है क्योंकि ईरानी राष्ट्र को नुक़सान पहुंचाने के लिए वास्तविक अमेरिकी नीति में कोई अंतर नहीं है। संसद सभापति क़ालीबाफ़ ने पवित्र रक्षा सप्ताह पर ईरानी राष्ट्र को बधाई दी और आठ वर्षीय पवित्र रक्षा में ईरानी जनता की बहादुरी, साहस और बलिदान को याद किया।

ज्ञात रहे कि 31 शहरिवर बराबर 21 सितंबर से ईरान में पवित्र सप्ताह के रूप में मनाया जाता है। इराक़ के पूर्व तानाशाह सद्दाम ने 31 सितंबर, वर्ष 1980 में ईरान पर हमले की शुरुआत की थी। अमेरिका और पश्चिमी देशों की सहायता से ईरान पर थोपा गया युद्ध आठ वर्षों तक चला था। इस युद्ध में ईरान ने पूरी दुनिया को आशर्चकित करते हुई विजयी प्राप्त की थी। (RZ)

 

टैग्स