Jun २०, २०२१ १४:४६ Asia/Kolkata

ईरान के 13वें राष्ट्रपति चुनाव में जनता की भव्य उपस्थिति से ज़ायोनी शासन और उसका मीडिया साम्राज्य काफ़ी नाराज़ रहा।

ईरानियों ने चुनाव में भव्य रूप से भाग लेकर अपने लोकतंत्र और अपनी व्यवस्था की रक्षा की और इसी की वजह से ज़ायोनी शासन बुरी तरह नाराज़ हो गया क्योंकि यह उपस्थिति ईरान की क्षेत्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मौजूदगी को पहले से ज़्यादा मज़बूत करेगी, ज़ायोनी विशेषकर अमरीकियों को पता है कि उनके षड्यंत्रों को विफल बनाने में जनता की मुख्य भूमिका है।

शुक्रवार को देश के 13वें राष्ट्रपति के लिए चुनाव के लिए होने वाले मतदान में जनता की ज़बरदस्त उपस्थिति ने ज़ायोनी मीडिया के अनुसार सारे समीकरणो को तबाह करके रख दिया जिसकी वजह से ज़ायोनी मीडिया अपने पहले वाले दृष्टिकोण से पीछे हटने पर मजबूर हो गया। वास्तव में ईरान में तानाशाही नहीं है और इस देश में विभिन्न क्षेत्रों में लोकतंत्र के चिन्ह देखे जा सकते हैं।

लेबनान के प्रिंट मीडिया से लेकर इलेक्ट्रानिक मीडिया और सोशल मीडिया तक ने ईरान के राष्ट्रपति चुनाव के मतदान व्यापक स्तर पर कवरेज दी और सुर्खी लगाई कि चुनाव जनता के भविष्य निर्धारण का माध्यम है, देश के राषट्रपति चुनाव में जनता की भव्य उपस्थिति से ज़ायोनी शासन की चिंता इसीलिए है कि उसको पता है कि राष्ट्रपति चुनाव में मिलने वाले ज़बरदस्त जनाधार की वजह से ईरान क्षेत्र और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर और अधिक मज़बूत बनकर सामने आएगा और यह प्रतिरोध की सफलता की भूमिका बनेगा और प्रतिरोध ने हमेशा ही यह साबित किया है कि मुंहतोड़ जवाब के लिए तैयार है। (AK)

हमारा व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन करने के लिए क्लिक कीजिए

हमारा टेलीग्राम चैनल ज्वाइन कीजिए

हमारा यूट्यूब चैनल सब्सक्राइब कीजिए!

ट्वीटर  पर हमें फ़ालो कीजिए

टैग्स