Dec २५, २०१७ १९:५३ Asia/Kolkata
  • पोप ने एक बार फिर की रोहिंग्या शरणार्थियों पर किए गए अत्याचारों और अपमान की निंदा

ईसाइयों के सबसे बड़े धार्मिक नेता ने हज़रत ईसा के शुभ जन्मदिवस और नव वर्ष के अवसर पर म्यांमार के पीड़ित रोहिंग्या मुसलमानों पर हो रहे अत्याचारों की कड़े शब्दों में निंदा की है।

फ्रांस प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार कैथोलिक ईसाइयों के वरिष्ठ धार्मिक नेता पोप फ्रांसिस ने हज़रत ईसा के शुभ जन्मदिवस और नव वर्ष के अवसर पर विश्व में जारी शरणार्थी संकट और आप्रवासियों के साथ किए जाने वाले दुर्व्यवहार पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए उसकी कड़े शब्दों में निंदा की है। उन्होंने विश्व समुदाय से अपील की है कि “हम सबको मिलकर शरणार्थियों और आप्रवासियों को अपना मेहमान समझना चाहिए और उनके साथ वही बरताव करना चाहिए जैसा बरताव हम अपने अतिथियों के साथ करते हैं”।

पोप फ्रांसिस ने कहा कि आज जो चीज़ सबसे ग़लत देखी जा रही है वह यह है कि लाखों लोगों को अपनी मातृभूमि, परिवार वालों और रिश्तेदारों से अलग किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मध्यपूर्व, म्यांमार और कुछ अफ़्रीकी देशों में युद्ध की आग भड़का कर दसियों लाख लोगों को पलायन करने पर मजबूर कर दिया गया है।

पोप फ्रांसिस ने कहा कि मैं म्यामार के रोहिंग्या शरणार्थियों से बहुत पास से मिला हूं, उनका दर्द देखा है, उनकी पीड़ा को समझा है, जो इस समय बहुत ही दयनीय स्थिति में अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं उन सब लोगों की निंदा करता हूं जिन्होंने म्यांमार के रोहिंग्या शरणार्थियों पर अत्याचार किया है। (RZ)

 

टैग्स