Pars Today
ईरान में इस्लामी क्रान्ति की सफलता के बाद तकफ़ीरी विचारधारा इस्लामी समाज में फैली।
पैग़म्बरे इस्लाम सल्लल्लाहो अलैहि व आलेहि व सल्लम चालिस वर्ष के हो चुके थे।
धातु के काम की शाखाएं बहुत हैं जिनमें चाक़ू, पारंपरिक आभूषण, महापुरुषों के रौज़ों पर रखी जाने वाली ज़रीह और ताले के निर्माण, टैपेस्ट्री अर्थात चित्रयवनिका, मीनाकारी, गिलट बनाने और उकेरने का काम शामिल है।
तलाक़ सूरा पवित्र नगर मदीना में उतरा और इसकी 12 आयतें हैं।
आतंकवादी गुट दाइश ने अपने अस्तित्व में आने के समय से ही मानवता के विरुद्ध जघन्य अपराध किये हैं जो अब भी जारी हैं।
ब्रिटेन वह देश है जहां एक वर्ष में 200 दिन सूरज नहीं दिखाई देता है।
ईरानी क़ालीन की एक बहुत अहम व विस्तृत डिज़ाइन का नाम ‘माही दरहम’ है।
20 जमादिस्सानी पैग़म्बरे इस्लाम की महान बेटी हज़रत फ़ातेमा ज़हरा का शुभ जन्म दिवस है।
ख़्वाजा अब्दुल्लाह अंसारी का पूरा नाम अबू इस्माईल अब्दुल्लाह बिन मंसूर अंसारी था।
प्राचीन समय के शहरों के अध्ययन ख़ास तौर पर ईरान में इस्लाम के आगमन के बाद के शहरों के अध्ययन से पता चलता है कि शहर में चोराहे का वजूद बहुत अहम होता है।