Nov १६, २०२२ १४:५५ Asia/Kolkata
  • जो मिसाइल पोलैंड में गिरी है वह रूस की नहीं बल्कि यूक्रेन की है

पोलैंड ने एलान किया है कि मंगलवार को दोपहर बाद इस देश के पूर्व में एक गांव में रूसी सेना का एक मिसाइल आकर गिरा है जिससे दो पोलैंडी नागरिक मारे गये।

पश्चिमी संचार माध्यम ने भी यह बताने का प्रयास किया कि यह मिसाइल रूसी थी और यह दिखाने का प्रयास किया कि रूस ने नाटो के एक सदस्य देश पर हमला कर दिया है। संचार माध्यमों की इन रिपोर्टों की प्रतिक्रिया में कल रूसी प्रतिरक्षामंत्रालय ने भी शाम को एलान किया कि इस मिसाइल से उसका कुछ लेना देना नहीं है।

इसी प्रकार रूसी प्रतिरक्षामंत्रालय ने इसे भड़काऊ कार्यवाही बताया और बल देकर कहा है कि यूक्रेन की सीमा के निकट पोलैंड की सीमा में उसने किसी प्रकार का मिसाइल फायर नहीं किया है। कल मंगलवार को रूस ने यूक्रेन पर कई मिसाइल फायर किये थे जिसके दृष्टिगत यह कहा जाने लगा कि जो मिसाइल पोलैंड में गिरा है वह भी रूसी है जबकि अब यह बात कही जाने लगी है कि जो मिसाइल पोलैंड में गिरी है वह रूस की नहीं बल्कि यूक्रेन की है।

पोलैंड पर मिसाइल गिरने के बाद इस देश के राष्ट्रपति ने तुरंत आपात कालीन बैठक बुलाई और एलान किया कि जो मिसाइलें पोलैंड में गिरी है अभी उसके फायर करने का कारण ज्ञात नहीं है। इसी प्रकार मिसाइल मामले पर पोलैंड और यूक्रेन के राष्ट्रपतियों ने एक दूसरे से टेलीफोनी वार्ता की और इस टेलीफोनी वार्ता में यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा कि यूरोप और पूरी दुनिया की रूसी आतंकवाद से रक्षा की जानी चाहिये। ज़ेलेन्सकी का बयान इस बात का सूचक है कि यूक्रेन इस विषय से अधिक से अधिक लाभ उठाने की चेष्टा में है जबकि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि आरंभिक जांच इस बात की सूचक है कि धमाका रूसी मिसाइल से नहीं हुआ है और एक दूसरे अमेरिकी अधिकारी ने भी कहा है कि यह धमाका रूसी नहीं बल्कि यूक्रेनी मिसाइल से हुआ है।

कल ही पोलैंड में इस देश के विदेशमंत्रालय में रूसी राजदूत को भी तलब किया गया। डिप्लोमैटिक सूत्रों ने आज बुधवार की सुबह एलान किया है कि नाटो के सदस्य देशों के राजदूत आज पोलैंड में एक बैठक करेंगे जिसमें इस बारे में विचार विमर्श किया जायेगा। इससे पहले पोलैंड ने एलान किया था कि वह नाटो घोषणा पत्र के चौथे अनुच्छेद की समीक्षा कर रहा है।

प्रतीत यह हो रहा है कि रूस-यूक्रेन के मध्य जो युद्ध चल रहा है उसे गति देने और रूस पर दबाव में वृद्धि के लिए इस प्रकार की कार्यवाही की गयी है। इसी प्रकार जानकार हल्कों का मानना है कि इस प्रकार की कार्यवाही का एक लक्ष्य यूक्रेन के प्रति समर्थन को अधिक करना है और यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेन्सकी ने पोलैंड के गांव में गिरने वाले मिसाइल के बाद इस देश के राष्ट्रपति से टेलीफोनी वार्ता में जो बात कही है उसे इसी परिप्रेक्ष्य में देखा जा सकता है।

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बाली में होने वाली G-20 बैठक से अलग इस मामले की समीक्षा के लिए एक आपात काल बैठक की और कहा कि आरंभिक जांच इस बात की सूचक है कि पोलैंड में जो धमाका हुआ है वह रूसी मिसाइल से नहीं हुआ है।

रोचक बात यह है कि जब जो बाइडन कह रहे हैं कि यह धमाका रूसी मिसाइल से नहीं हुआ है जबकि यूक्रेन के राष्ट्रपति रूसी मिसाइल बता रहे हैं। बहरहाल प्रतीत यह हो रहा है कि यूक्रेन, नाटो और नाटो के सदस्य देश मिसाइल मामले से रूस पर दबाव बनाने में अधिक से अधिक लाभ उठाने की चेष्टा में हैं। MM

 

टैग्स