Pars Today
पिछले दो दशकों के दौरान पूरे विश्व में विशेषकर मध्यपूर्व में आतंकवाद का अभूतपूर्व विस्तार हुआ है।
कुछ राजनैतिक और अंतर्राष्ट्रीय मामलों के विशेषज्ञों का कहना है कि दाइश ने मीडिया को युद्ध के हथियार के रूप में प्रयोग किया।
नेटवर्क की दुनिया में विस्तार व विकास के साथ आतंकवादी गुट भी आधुनिक हो गये हैं इस प्रकार से कि आतंकवादी गुट दाइश नेट की संभावनाओं से लाभ उठाकर अपने दिग्भ्रमित विचारों के प्रचार- प्रसार का प्रयास करता था।
वास्तविकता यह है कि सोशल मीडिया और साइबर स्पेस ने आतंकवादी गुट दाइश को दूसरों को परिचित कराने की भूमि प्रशस्त की।
सीरिया में हज़रत ज़ैनब सलामुल्लाह अलैहा के पवित्र रौज़े की रक्षा करने का संघर्ष अंततः रंग लाया।
सीरिया व इराक़ से दाइश का ख़ात्मा
इससे पहले वाले कार्यक्रम में हमने आतंकवादी गुट दाइश की पराजय और सीरिया में होने वाले परिवर्तनों के संबंध में पश्चिमी सरकारों के दृष्टिकोणों में बदलाव की चर्चा की थी।
आतंकी गुट दाइश के नियंत्रण वाले अनेक शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों को मुक्त कराने में इराक़ व सीरिया की सेनाओं और स्वयं सेवी बलों की सफलता के बाद इन दोनों देशों में दाइश की समाप्ति की उलटी गिनती शुरू हो गई है।
खाद्घ सुरक्षा की दृष्टि से इराक़ की स्थिति अब अच्छी नहीं है।
इराक के प्रधानमंत्री हैदर अलएबादी ने 9 जुलाई को आधिकारिक रूप घोषणा की थी कि मूसिल नगर से आतंकवादी गुट दाइश का सफाया हो गया।