Pars Today
वरिष्ठ नेता ने कहा है कि महिलाओं की गरिमा को कुचलने के लिए पश्चिम को जवाब देना चाहिए।
तेहरान में आयोजित 37वां अंतर्राष्ट्रीय इस्लामिक एकता सम्मेलन सोमवार को समाप्त हो गया। इस सम्मेलन की समाप्ति पर यह घोषणा की गई कि इस्लामी देश अगर चाहें तो एकजुट इस्लामी समाज की अवधारणा को साकार कर सकते हैं।
सैयद इब्राहीम रईसी कहते हैं कि मुसलमानों के बीच मतभेद फैलाने के प्रयास करने वाला शत्रुओं की स्ट्रैटेजी पर काम कर रहा है।
अर्दोग़ान कहते हैं कि इस्लामोफोबिया का मुक़ाबला करने के लिए सबको आगे आना चाहिए।
सत्यपाल मलिक ने कहा है कि नूह का दंगा सरकारी प्रायोजित दंगा था।उन्होंने कहा कि नूह के सरकारी प्रयोगजित दंगे को केन्द्र की सरकार जयपुर तक फैलाना चाहती थी।
मुसलमानों की पवित्र पुस्तक का लगातार अपमान करने से लोगों में भारी रोष व्याप्त है।
अमरीका के शहर न्यूयार्क में नमाज़े जुमा की अज़ान की आवाज़ लाउड स्पीकर से गूंजी जो शहर के मेयर एरिक एडम्ज़ के कुछ दिन पहले के निर्णय के बाद इस शहर में पहली बार हुआ है।
फ्रांस के शिक्षा मंत्री ने एक ऐसा फ़ैसला लिया है जो न केवल इस देश में रहने मुसलमानों को नाराज़ कर सकता है, बल्कि दुनिया भर की उन महिलाओं में भी रोष पैदा कर सकता है जो अपनी मर्ज़ी से हिजाब पहनती हैं।
महिला टीचर ने मुसलमान बच्चे को क्लास में दूसरे बच्चों से थप्पड़ लगवाकर पिटवाया।
तुर्की के संसद सभापति ने पश्चिम में बढ़ते इस्लामोफोबिया पर चिंता व्यक्त की है।