Jul १९, २०१६ १२:५३
सुन्नी समुदाय का मानना है कि पैग़म्बरे इस्लाम के स्वर्गवास के बाद ईश्वरीय संदेश वहि उतरने का सिलसिला बंद हो गया और पैग़म्बरे इस्लाम ने जो कुछ पेश कर दिया वही पर्याप्त है और अब यदि किसी नई स्थिति और नए विषय का सामना होता है तो अपनी बुद्धि का प्रयोग करके उसके बारे में इस्लाम का आदेश तय करना होगा।