Pars Today
चीन के साथ डिसइन्गेजमेन्ट का समझौता होने के साथ ही पैंगान्ग झील के उत्तरी क्षेत्र से दोनों देशों के सेनाओं के पीछे हटने का समाचार है, साथ ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दावा किया कि इस समझौते से भारत ने कुछ भी नहीं खोया है।
भारत ने चीन से मिली सरहद पर बड़ी तादाद में फ़ौजियों को तैनात किया है।
हिमालय की पहाड़ी श्रंखला में रक्तरंजित झड़पों के छह महीने बाद भारत और चीन के सैनिकों की विवादित सीमा पर एक बार फिर हाथापाई हुई और उत्तर सिक्किम की सीमा पर होने वाली झड़पों में दोनों ओर से कई सैनिक घायल हो गये।
भारत और चीन के बीच पिछले आठ महीने से पूर्वी लद्दाख़ में जारी गतिरोध के बीच अरुणाचल प्रदेश में चीन ने एक गांव बसा दिया है।
भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ऐसे समय में चीन के साथ भारत के संबंध को पिछले 30-40 साल के दौरान सबसे कठिन हालत में बताया है, कि हिमालयाई क्षेत्र लद्दाख़ में दोनों देशों के बीच सरहद को लेकर महीनों से गतिरोध बना हुआ है।
भारतीय अधिकारियों का कहना है कि वह अरुणाचल प्रदेश में ब्रम्हपुत्र नदी पर इसलिए बांध बनाना चाहते हैं कि इस नदी के बारे में चीन की परियोजनाओं के नकारात्मक प्रभावों को कम किया जा सके।
रूस ने भारत और चीन के बीच जारी तनाव पर चेतावनी दी है और कहा है कि इससे पूरे यूरेशिया क्षेत्र में अस्थिरता बढ़ेगी। रूस का कहना है कि तनातनी का ग़लत इस्तेमाल अन्य सक्रिय ताक़तें अपने भू-राजनीतिक उद्देश्य के लिए कर सकती हैं।
भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख़ में जारी सीमा विवाद के बीच चीनी सरकार के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स ने कहा है कि यह मामला फिर से उलझ सकता है।
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग 10 नवंबर मंगलवार को शंघाई सहयोग संगठन की वर्चुअल बैठक में मुलाक़ात कर रहे हैं।
भारत और चीन पूर्वी लद्दाख में चल रहे सीमा विवाद को आपसी बातचीत के जरिए सुलझाएंगे।