Oct ०५, २०२३ २०:५२ Asia/Kolkata
  • क्यों फ्रांस के पीछे पड़ गया है नाइजेर?

अफ्रीकी देश नाइजेर फ्रांस का पीछा छोड़ने का नाम ही नहीं ले रहा है। 

इस देश की सैन्य परिषद ने घोषणा की है कि सन 2023 के अंत तक नाइजर से फ्रांसीसी सैन्य छावनी को पूरी तरह से बंद कर दिये जाएगा।

स्पूतनिक समाचार एजेन्सी के अनुसार नाइजर की सैन्य परिषद ने गुरूवार को एक बयान जारी करके कहा कि इस सप्ताह 400 फ्रांसीसी सैनिकों को नियामी में स्थित सैन्य छावनी से निकाल दिया जाएगा। 

इस सैन्य परिषद का कहना है कि नाइजेर से फ्रांसीसी सैनिकों को निकालने के बारे में जो कार्यक्रम बनाया गया है उसकी कार्यक्रम के आधार पर ही उनको निष्कासित किया जाएगा। 

अफ्रीकी देश नाइजेर की सैन्य परिषद की ओर से पड़ने वाले भारी दबाव के बाद फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रां, वहां वे अपने कूटनयिकों और सैनिकों को वापस बुलाने के लिए विवश हुए हैं। 

फ्रांस के राजदूत को नाइजेर से बुलवा लिया गया है और मैक्रां ने नाइजेर के दबाव में आकर वचन दिया है कि 2023 के अंत तक वहां से सारे ही फ्रांसीसी सैनिक बुलवा लिए जाएंगे। 

जिस समय फ्रांस ने नाइजेर की सैन्य सरकार को ग़ैर क़ानूनी घोषित किया था उस समय से नाइजेर वासियों के भीतर फ्रांस के विरुद्ध द्वेषपूर्व भावनाएं पाई जाती हैं।

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