Pars Today
संयुक्त राष्ट्र संघ की बच्चों की संस्था यूनीसेफ़ ने म्यांमार और बांग्लादेश की सीमा पर विस्थापित कैंपों में मुसलमानों की पीढ़ी के विलुप्त होने के ख़तरे के बारे में सचेत किया है।
यूनिसेफ ने सऊदी अरब से मांग की है िक वह यमन के मूल भूत ढांचे पर हमले बंद करे।
यूनिसेफ़ ने यमन में पानी की पाइप लाइन पर सऊदी गठबंधन के हमले को निंदा की है।
संयुक्त राष्ट्र संघ की संस्था यूनिसेफ़ ने मांग की है कि दुनिया भर में बच्चों पर होने वाले हमलों को रोका जाना चाहिए।
अंतरराष्ट्रीय बाल कोष यूनिसेफ ने चेतावनी दी है कि विश्व के 14 करोड़ से अधिक बच्चों को विटामिन A की कमी के कारण न सुनने, अंधेपन और यहां तक कि मौत के ख़तरे का सामना है।
संयुक्त राष्ट्र संघ के बाल कोष यूनिसेफ ने बताया है कि यमन पर सऊदी अरब के हमले की वजह से इस देश के 20 लाख बच्चे शिक्षा से वंचित हो गये हैं।
यूनिसेफ में मध्य पूर्व के क्षेत्रीय प्रभावी " गेर्ट काॅपलेयर" ने सोमवार को कहा है कि सीरिया के संकट से प्रभावित होेने वाले 40 प्रतिशत बच्चे हैं।
बच्चों के स्वास्थ्य के लिए विश्व स्तर पर काम करने वाली संस्था यूनीसेफ का कहना है कि बच्चों के जन्म की दृष्टि से पाकिस्तान बहुत ही जोखिम भरा देश है।
यूनिसेफ़ ने मांग की है कि बेघर रोहिंग्या बच्चों की बंग्लादेश से म्यांमार वापसी के लिए उचित सुरक्षा स्थिति मुहैया होनी चाहिए।
तीन अंतर्राष्ट्रीय संगठनों ने यमन पर सऊदी अरब के अतिक्रमण के तुरंत रुकने और यमनी जनता के लिए मानवीय सहायता पहुंचाने की मांग की है।